देश की कोर्ट भले कहती हो, राजनीतिक आंदोलन के चलते आमजन के रास्ते बंद नहीं किए जाए, लेकिन मिलार्ड की बात रतलाम प्रशासन व पुलिस नहीं मानती। रतलाम में कांग्रेस ने आमजन के मुद्दे पानी, बिजली से लेकर सफाई के लिए आंदोलन किया तो सारे रास्ते रोक दिए गए।
congress protest in ratlam video
रतलाम. देश की कोर्ट भले कहती हो, राजनीतिक आंदोलन के चलते आमजन के रास्ते बंद नहीं किए जाए, लेकिन मिलार्ड की बात रतलाम प्रशासन व पुलिस नहीं मानती। रतलाम में कांग्रेस ने आमजन के मुद्दे पानी, बिजली से लेकर सफाई के लिए आंदोलन किया तो सारे रास्ते रोक दिए गए। आंदोलन की तरफ जाने वाले मार्ग को तो बंद किया ही इसके अलावा चप्पे – चप्पे पर पुलिस लगा दी गई।
IMAGE CREDIT: patrika रतलाम में कांग्रेस ने सोमवार को जावरा फाटक दिल बहार चौराहे पर धरने के साथ शहर विधायक चेतन्य काश्यप के घर के बाहर आंदोलन की योजना बनाई थी। इसके लिए सुबह ११ बजे से आंदोलन की शुरुआत हुई व नेताओं के भाषण हुए। शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस महिला कार्यकारी अध्यक्ष यास्मीन शेरानी सहित युवक कांग्रेस, सेवादल, महिला कांग्रेस, एनएसयुआई सहित अन्य संगठन के कार्यकर्ता व नेता बड़ी संख्या में आंदोलन में आए।
IMAGE CREDIT: patrikaहर रास्ता रोक दिया दो बत्ती से रेलवे स्टेशन जाने वाला मार्ग, टीआईटी रोड से महू रोड बस स्टैंड जाने वाला मार्ग को रोक दिया गया। इतना ही नहीं, रेलवे स्टेशन जाने वाले रास्ते को तो दिल बहार चौराहे से ही बंद कर दिया। ऐसे में स्टेशन पर ट्रेन पकडऩे जाने के लिए यात्रियों को परेशानी हुई। यहां तक की कई वृद्ध को प्लेटफॉर्म नंबर दो व चार पर आई ट्रेन से बाहर आने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वृद्ध व महिलाओं को अपने भारी सामान को उठाकर वैकल्पिक मार्ग से प्रशासन व पुलिस को कोसते हुए निकलना पड़ा।
जमकर किया प्रदर्शन कांग्रेस नेताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को देखने के लिए शहर के कई क्षेत्र से लोग आए। थाली बजाते हुए पानी की मांग की गई। यहां तक की नल में आ रहे मटमेले पानी को दिखाने बोतल लेकर भी कार्यकर्ता आए। बाद में शहर कांग्रेस अध्यक्ष कटारिया ने एसडीएम संजीव पांडे को ज्ञापन सौपा। इसमे पानी, सफाई आदि की मांग की गई। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुजीत उपाध्याय ने आरोप लगाया कि शहर विधायक चेतन्य काश्यप को प्रोटक्शन देने के लिए आमजन को परेशान किया गया। शहर में पांच दिन में एक बार पेयजहल मिल रहा है, इससे लोग परेशान है। जनता के वोट से जीतकर आए विधायक आमजन से मिलने में ही कतरा रहे है। कार्यकर्ता अपनी बात कहना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने मिलने ही नहीं दिया।