बाजना जनपद में कांग्रेस
बाजना जनपद पंचायत के 20 सदस्य चुने गए हैं। 20 सदस्यों वाली इस जनपद पंचायत में कांग्रेस और जयस के उम्मीदवार जीतकर आए। ऐसे में जयस और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होने की बात कही जा रही थी। जयस के प्रदेश संयोजक डॉ. अभय ओहरी भी इस बात का दावा कर चुके हैं कि उनका अध्यक्ष बनेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस जिलाध्यक्ष हर्ष विजय गेहलोत कह चुके हैं कि उनका जनपद अध्यक्ष बनना तय है। इन सबके बीच बुधवार को जब अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई तो नामांकन जमा करने के तय समय तक केवल कैलाश मुनिया का ही आवेदन मिला था और वे निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गए हैं।
बाजना जनपद पंचायत के 20 सदस्य चुने गए हैं। 20 सदस्यों वाली इस जनपद पंचायत में कांग्रेस और जयस के उम्मीदवार जीतकर आए। ऐसे में जयस और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होने की बात कही जा रही थी। जयस के प्रदेश संयोजक डॉ. अभय ओहरी भी इस बात का दावा कर चुके हैं कि उनका अध्यक्ष बनेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस जिलाध्यक्ष हर्ष विजय गेहलोत कह चुके हैं कि उनका जनपद अध्यक्ष बनना तय है। इन सबके बीच बुधवार को जब अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई तो नामांकन जमा करने के तय समय तक केवल कैलाश मुनिया का ही आवेदन मिला था और वे निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गए हैं।
सैलाना में भाजपा की कैलाशीबाई निॢवरोध
सैलाना में भाजपा ने कैलाशीबाई चारेल को जनपद अध्यक्ष पद के लिए खड़़ा किया है तो कांग्रेस ने कैलाशीबाई नानूराम मईड़ा को मैदान में उतारा है। दोनों की बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। 15 सदस्यों वाली सैलाना जनपद पंचायत दोनों ही उम्मीदवारों को जीतने की उम्मीद थी। दोनों ने अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन की जांच के दौरान कांग्रेस की कैलाशीबाई का नामांकन हस्ताक्षर और जानकारी में त्रुटि सामने आने पर निरस्त कर दिया गया। इससे 15 सदस्यों वाली जनपद में भाजपा के पांच सदस्य होने के बाद भी उनकी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दी गई। यहां भाजपा, कांग्रेस और जयस के 5-5 उम्मीदवार बताए जा रहे थे।
सैलाना में भाजपा ने कैलाशीबाई चारेल को जनपद अध्यक्ष पद के लिए खड़़ा किया है तो कांग्रेस ने कैलाशीबाई नानूराम मईड़ा को मैदान में उतारा है। दोनों की बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। 15 सदस्यों वाली सैलाना जनपद पंचायत दोनों ही उम्मीदवारों को जीतने की उम्मीद थी। दोनों ने अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन की जांच के दौरान कांग्रेस की कैलाशीबाई का नामांकन हस्ताक्षर और जानकारी में त्रुटि सामने आने पर निरस्त कर दिया गया। इससे 15 सदस्यों वाली जनपद में भाजपा के पांच सदस्य होने के बाद भी उनकी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दी गई। यहां भाजपा, कांग्रेस और जयस के 5-5 उम्मीदवार बताए जा रहे थे।