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पूर्वमंत्री के सामने आपस में भिड़ गए कांग्रेसी

locationरतलामPublished: Aug 31, 2018 06:11:54 pm

Submitted by:

sachin trivedi

पूर्वमंत्री के सामने आपस में भिड़ गए कांग्रेसी

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रतलाम. विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर पूर्वमंत्री सज्जनसिंह वर्मा शुक्रवार को रतलाम आए। स्थानीय सर्किट हाऊस पर कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा लगा, लेकिन वर्मा इनको संभाल नहीं पाए। दरअसल, ब्लॉक स्तर पर नई नियुक्तियों के दौरान एक गुट को प्राथमिकता दिए जाने की बात कहते हुए कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए। वर्मा के सामने ही कांग्रेस नेताओं में बहस हुई और हालात कुर्सी लेकर एक दूसरे को मारने दौडऩे तक आ गए। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मैदान संभालकर नाराज नेताओं को मनाया।
सुबह करीब एक घंटा किया वर्मा का इंतजार
रतलाम के सर्किट हाऊस पर पूर्वमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव सज्जनसिंह वर्मा प्रात: ११ बजे आने वाले थे, लेकिन वे करीब एक घंटा देरी से पहुंचे। इसके पूर्व ही जिलाध्यक्ष प्रभु राठौर, शहर अध्यक्ष विनोद मिश्रा सहित जिले की रतलाम शहर और रतलाम ग्रामीण कमेटियों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सर्किट हाऊस आ गए। वर्मा ने आते ही सबका अभिवादन किया और एक कक्ष में चर्चा करना निर्धारित किया।
शुरूआती चर्चा के बाद अचानक नारेबाजी
वर्मा कक्ष के अंदर नेताओं को एक के बाद एक बुलाकर चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान नामली ब्लॉक अध्यक्ष पद पर नई नियुक्ति को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रभु राठौर और अध्यक्ष के दावेदार रहे राजेश भरावा के समर्थकों के बीच नारेबाजी शुरू हो गई। कुछ समर्थक राठौर के पक्ष में तो भरावा के समर्थक राठौर के विरोध में नारेबाजी करने लगे।
बहस के बाद समर्थकों के बीच टकराहट
नारेबाजी सुन वर्मा कक्ष से बाहर आए और कार्यकर्ताओं को हाथ का इशारा कर समझाने लगे, लेकिन माहौल अचानक गर्मा गया और नामली ब्लॉक के दो कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ गए। बड़े नेताओं के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाकर समर्थकों के बीच भी नारेबाजी तेज हो गई। इस दौरान कुछ नेता पास पड़ी कुर्सिया उठाकर फेंकने लगे।
वर्मा ने कहा, उत्साह में इस तरह की हरकत
कांग्रेस नेताओं की आपसी टकराहट के बाद मीडिया से चर्चा में पूर्वमंत्री वर्मा ने कहा कि यह विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस को मिल रहे जनसमर्थन का असर है। सभी को पता है कि कांग्रेस जीतने वाली है, इसलिए उत्साह में आकर नारेबाजी हो जाती है। कांग्रेस नेताओं में कहीं भी किसी तरह का आपसी विवाद जैसा कोई मामला नहीं है।
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