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46 दिन की राहत के बाद नागदा में दोबारा लौटा कोरोना

locationरतलामPublished: Jun 17, 2020 11:26:38 pm

Submitted by:

Mukesh Malavat

नोएडा से आए युवक की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

Corona returned to Nagda after 46 days of relief

नोएडा से आए युवक की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

नागदा. जिसका डर था आखिरकार वो ही हो गया। करीब 46 दिन की राहत के बाद बुधवार देर शाम को दोबारा कोरोना वायरस की शहर में इंट्री हो गई है। विद्यानगर निवासी 32 साल के युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से एक बार फिर शहर में कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है।
बीएमओं डॉ. कमल सोलंकी के अनुसार 15 जून को युवक सर्दी-खांसी की शिकायत लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचा था। कोरोना के लक्षण दिखने पर युवक के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। बुधवार शाम को युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक अमला पॉजिटिव युवक के घर पहुंचकर संक्रमित को एबुंलेंस से उपचार के लिल उज्जैन के आर्डी-गार्डी मेडिकल कॉलेज रवाना कर दिया है। वहीं उसके परिजनों एवं संपर्क में आए लोगों को होम क्वांरटीन कर सभी की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए है। इधर प्रशासन ने पॉजिटिव युवक की टे्रवल हिस्ट्री खंगालना प्रारंभ कर दिया है। प्रारंभिक तौर पर जानकारी लगी है कि युवक यूपी के नोएडा शहर में एक निजी कंपनी में काम करता है और इसी माह की 06 जून को शहर अपने घर लौटा था। कुछ दिन बाद ही युवक को सर्दी-खांसी की शिकायत होने लगी। 15 जून को जांच के लिए युवक सरकारी अस्पताल पहुंचा था। कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर युवक के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सरकारी अस्पताल का स्वास्थ्य अमला सहित पूरा प्रशासन हरकत में आ गया है।
बता दे कि शहर में कोरोना का पहला मामला 04 अप्रैल को शहर के नईदिल्ली क्षेत्र से मिला था। उसके बाद 11 मरीज संक्रमित मिले थे। कोरोना का आखिरी मरीज 02 मई को 65 वर्षीय किराना व्यापारी के रूप में चंबल मार्ग से सामने आया था, जिसकी मौत भी हो चुकी है। उसके बाद पिछले 46 दिन से शहर में एक भी कोरोना का नया केस सामने नहीं आने से प्रशासन एवं शहरवासियों में कोरोना को लेकर काफी राहत महसूस कर रहे थे। हालांकि अनलॉक के चलते नागदावासी शासन-प्रशासन की छूट का फायदा एवं कोरोना को लेकर लापरवाही बरत रहे थे। उससे शहर में कोरोना रिटर्न की आशंका तो सभी के मन में थी ही जो बुधवार को कोरोना पॉजिटिव युवक की इंट्री के साथ ही आशंका हकीकत में तब्दील हो चुकी है। ऐसे में नागदावासियों और प्रशासन पर फिर से शहर से कोरोना भगाने की जिम्मेदारी आ पड़ी है। लोगों को चाहिए कि वह जरूरी काम पर ही घर से निकले और कोरोना को हराने के लिए शासन-प्रशासन ने जो नियम बनाए है उनका ईमानदारी से पालन करें। वहीं प्रशासन की भी जिम्मेदारी है कि वह पिछले कुछ दिनों से कोरोना को लेकर जिस तरह से बेफिक्र नजर आ रहा था, जिसके कारण लोग भी लापरवाह होकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है। उम्मीद है कि दोबारा कोरोना का मामला सामने आने के बाद जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे और वहीं लोग भी प्रशासन का साथ देकर जल्द ही शहर को दोबारा कोरोना से मुक्ति दिलाएंगे।
पत्नी एवं माता-पिता को किया होम क्वॉरंटीन
प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव युवक के परिवार को होम क्वारंटीन किया है। तहसीलदार विनोद शर्मा ने बताया पॉजिटिव युवक की पत्नी और माता-पिता के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए है। वहीं ऐतिहातन तीनों परिजनों को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटीन कर दिया गया है। मरीज का एक भाई आर्मी में है, जो 13 जून को ही नागदा से जोधपुर रवाना हुआ था। प्रशासन ने आर्मी हेडक्वार्टर पर संपर्क कर मामले की जानकारी दे दी है। इधर प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव युवक की टे्रवल हिस्ट्री और संपर्क में आने वाले लोगों की भी तलाश कर रही हैं। अभी तक कोरोना संक्रमित युवक के घर दूध देने वाले से लेकर एक ऑटो रिक्शा चालक जिसकी ऑटो में बैठकर पॉजिटिव युवक रेलवे स्टेशन से घर पहुंचा था। इसके अलावा कुछ दोस्तों के भी संपर्क में आया है। प्रशासन अब संपर्क में आने वाले सभी लोगो के सैंपल लेने एवं रिपोर्ट आने तक इन्हें होम क्वारंटीन करने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा मरीज के घर के आसपास के इलाके को कंटेनमेंट क्षेत्र बनाने पर भी विचार कर रहा है।

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