यह है घटनाक्रम
सेजावता निवासी बलराम पिता अमृतलाल ने औद्योगिक क्षेत्र पुलिस को बताया था कि बीती शाम यानि 22 मई 2011 की शाम को वह पिता के साथ ट्रैक्टर से खेत पर ट्यूबवेल में मोटर डालने गए थे। रात ज्यादा होने से दोनों पिता-पुत्र ट्यूबवेल के पास ही सो गए थे। रात 12.30 बजे से एक बजे के बीच दो लोग आए और आवाज लगाकर उठाया। उनका कहना था कि उनकी भैंस छुट गई है तो इधर आई क्या। ये लोग चले गए और दो घंटे बाद ये दोनों दो और लोगों के साथ आए। फिर से आवाज लगाई। इनमें से एक ने अचानक ही बलराम की गर्दन पर वाहन के क्लच का वायर लपेटा तो अमृतलाल भी उठ गए। आरोपियों ने कुल्हाड़ी से उनके हाथ पर वार कर दिया। फिर मारपीट करते हुए पास की टापरी में ले गए और दोनों के हाथ और मुंह पर कपड़ा बांधकर मारपीट करने लगे। ट्रैक्टर की चाबी निकालकर जेब से पांच हजार रुपए भी लूट कर ले गए थे।
सेजावता निवासी बलराम पिता अमृतलाल ने औद्योगिक क्षेत्र पुलिस को बताया था कि बीती शाम यानि 22 मई 2011 की शाम को वह पिता के साथ ट्रैक्टर से खेत पर ट्यूबवेल में मोटर डालने गए थे। रात ज्यादा होने से दोनों पिता-पुत्र ट्यूबवेल के पास ही सो गए थे। रात 12.30 बजे से एक बजे के बीच दो लोग आए और आवाज लगाकर उठाया। उनका कहना था कि उनकी भैंस छुट गई है तो इधर आई क्या। ये लोग चले गए और दो घंटे बाद ये दोनों दो और लोगों के साथ आए। फिर से आवाज लगाई। इनमें से एक ने अचानक ही बलराम की गर्दन पर वाहन के क्लच का वायर लपेटा तो अमृतलाल भी उठ गए। आरोपियों ने कुल्हाड़ी से उनके हाथ पर वार कर दिया। फिर मारपीट करते हुए पास की टापरी में ले गए और दोनों के हाथ और मुंह पर कपड़ा बांधकर मारपीट करने लगे। ट्रैक्टर की चाबी निकालकर जेब से पांच हजार रुपए भी लूट कर ले गए थे।