script

दो दिन बाद गुरु पुष्य से सजने लगेगा माता महालक्ष्मी का दरबार, तैयारियां शुरु

locationरतलामPublished: Oct 25, 2021 07:40:25 pm

Submitted by:

Faiz Faiz Mubarak

प्रशासन ने गत वर्ष की तरह इस बार भी भक्तों को मंदिर में प्रवेश की नहीं दी अनुमति, निगम प्रशासन भी तैयारी में जुटा।

News

दो दिन बाद गुरु पुष्य से सजने लगेगा माता महालक्ष्मी का दरबार, तैयारियां शुरु

रतलाम. दीपोत्सव पर रतलाम में स्थित विश्व विख्यात माता महालक्ष्मी के दरबार में 2 दिन बाद से सजावट का दौर शुरू हो जाएगा। इसे लेकर मंदिर के पुजारी और उनसे जुड़े लोगों के द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है। वहीं, दूसरी ओर पुलिस के साथ ही नगर निगम, प्रशासन भी मौका मुआयना करने के साथ ही व्यवस्था में जुट गया है। माता के भक्तों को इस बार भी मंदिर के भीतर जाकर माता रानी के दर्शन के साथ ही श्रृंगार निहारने का अवसर नहीं मिलेगा। इस बात की जानकारी भक्तों को मिलते ही उन्हें मायूसी छा गई।


गुरु पुष्य नक्षत्र में 28 अक्टूबर से माणक चौक स्टेट महालक्ष्मी मंदिर में माता के श्रृंगार के लिए भक्तों द्वारा लाया गया चढ़ावा स्वीकार किया जाने लगेगा। कोरोना संक्रमण के दौर में मंदिर परिसर में व्यवस्था इस बार भी गत वर्ष की तरह रहेगी। मंदिर परिसर में जाकर भक्त माता के दर्शन कर श्रृंगार को नहीं निहार सकेंगे। भक्तों को उम्मीद थी कि, इस बार अब कोविड के मामले नहीं होने से वह मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने गत वर्ष की व्यवस्था को इस वर्ष भी लागू रखा है।

 

पढ़ें ये खास खबर- धनतेरस से स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी, एक बार में 900 यात्री करेंगे सफर


अधिकारियों ने देखी व्यवस्था

मंदिर परिसर में व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा निरीक्षण करने के साथ ही संबंधित अधिकारियों को यहां व्यवस्था और सुरक्षा का जिम्मा भी सौंप दिया गया है। मंदिर परिसर में इस वर्ष भी सुरक्षा के खास इंतजाम रहेंगे और यहां भक्तों की ज्यादा भीड़ न लगे उसके लिए भी बैरिकेडिंग करने के साथ अन्य दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।


भक्तों को था इंतजार

भक्तों के प्रवेश को लेकर व्यवस्था से जुड़े दिशा निर्देशों का देश और विदेश से आने वाले भक्तों को इंतजार भी था। दरअसल, देश के हर कोने से और विदेशों से भी लोग रतलाम आकर माता के दर्शन लाभ लेने के साथ ही श्रृंगार के लिए नकदी और आभूषण रख कर जाते हैं और फिर दीपोत्सव के बाद वापस ले जाते हैं। त्योहार के समय ट्रेनों में बढ़ने वाली भीड़ के चलते लोगों को समय रहते जानकारी नहीं मिलने पर रिजर्वेशन के लिए परेशान हो रहे थे।

 

पढ़ें ये खास खबर- OMG-2 की शूटिंग में 10 दिन का किराया 51 हजार, महाकाल के पंडित बोले- कम है किराया


कोविड के चलते फिर लगी रोक

कोरोना संक्रमण के चलते गत वर्ष 2020 में माता लक्ष्मी के दरबार में भक्तों के प्रवेश पर रोक लग गई थी। ऐसे में भक्तों को माता के ठीक से दर्शन नहीं कर पाने का मलाल था, जिसके चलते इस बार स्थिति में सुधार होने के चलते और वैक्सीनेशन अधिकांश लोगों को लगने के कारण हर किसी को उम्मीद थी कि इस बार वह माता के दर्शन का लाभ ले सकेंगे। लेकिन शनिवार शाम पुलिस और प्रशासन के दौरे के बाद गत वर्ष की तर्ज पर ही इस बार भी व्यवस्था के संबंध में निर्देश दिए गए है।


मंदिर के बाहर होगी बैरिकेडिंग

पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व को लेकर महालक्ष्मी मंदिर में होने वाले श्रृंगार के संबंध में पुलिस और प्रशासन के द्वारा शहर के मध्य स्थित माणक चौक के महालक्ष्मी मंदिर में पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया गया और सुरक्षा प्रबंध के साथ ही मंदिर के भीतर जाने से भक्तों को रोके जाने के लिए बैरिकेडिंग के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए है। पुलिस-प्रशासन के इस निर्णय से भक्तों को इस बार भी निराशा होगी। मंदिर परिसर आने वाले भक्तों को मिलने वाली कुबेर की पोटली को लेकर भी व्यवस्था गत वर्ष की तर्ज पर रहेगी।

इनका कहना है

गत वर्ष की तरह रहेगी व्यवस्था

तहसीलदार गोपाल सोनी का कहना है कि, महालक्ष्मी मंदिर आने वाले भक्तों के लिए इस बार भी गत वर्ष की व्यवस्था लागू रहेगी। मंदिर परिसर के भीतर भक्तोंका प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, बाहर से ही उन्हे दर्शन करना होंगे। जल्द ही मंदिर परिसर के चारों और बैरिकेडिंग कर दी जाएगी। इस संबंध में नगर निगम के अधिकारियों को बुलाकर उन्हे भी निर्देशित किया गया है।

 

यहां जमीन उगल रही है आग – देखें Video

https://www.dailymotion.com/embed/video/x85203k

ट्रेंडिंग वीडियो