वर्षों से जमे और करते रहे मनमर्जी
मुकुल बैंजामिन खेल एवं युवक कल्याण विभाग की तरफ से जिला खेल अधिकारी के रूप में 2015 में नियुक्त किए गए थे। इसके बाद से ही उनका कार्यकाल विवादों में रहा। आखिरी समय में भी उनका कार्यकाल विवादित ही रहा। पिछले महीने की 14 तारीख को खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने उनका तबादला कर दिया तो रिसीव होने की बजाय यहीं पर डटे रहे। जिला प्रशासन ने उन्हें रिलीव करने के प्रयास भी किए फिर भी सफलता नहीं मिली। इस पर कलेक्टर चौहान ने उन्हें एक तरफ रिलीव करने के आदेश जारी किए तो करीब एक सप्ताह पहले रिलीव करके मल्लखंभ प्रशिक्षक जितेंद्र धूलिया को उनका प्रभार दिया गया।
मुकुल बैंजामिन खेल एवं युवक कल्याण विभाग की तरफ से जिला खेल अधिकारी के रूप में 2015 में नियुक्त किए गए थे। इसके बाद से ही उनका कार्यकाल विवादों में रहा। आखिरी समय में भी उनका कार्यकाल विवादित ही रहा। पिछले महीने की 14 तारीख को खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने उनका तबादला कर दिया तो रिसीव होने की बजाय यहीं पर डटे रहे। जिला प्रशासन ने उन्हें रिलीव करने के प्रयास भी किए फिर भी सफलता नहीं मिली। इस पर कलेक्टर चौहान ने उन्हें एक तरफ रिलीव करने के आदेश जारी किए तो करीब एक सप्ताह पहले रिलीव करके मल्लखंभ प्रशिक्षक जितेंद्र धूलिया को उनका प्रभार दिया गया।
धूलिया भी ताला लगाकर गायब
जिला खेल अधिकारी का प्रभार मल्लखंभ प्रशिक्षक जितेंद्र धूलिया को जिला प्रशासन ने दिलाया तो इनकी बैंजामिन के प्रति निष्ठा सामने आ गई। पिछले कुछ दिनों से ये अपने कार्यालय पर ताला लगाकर गायब हो गए। जिला प्रशासन द्वारा दीपेंद्र सिंह ठाकुर को सहायक जिला खेल अधिकारी नियुक्त होने के बाद उन्हें प्रभार देने में भी धूलिया ने आनाकानी शुरू कर दी। मामले में नया मोड़ उस समय आया जब जिला प्रशासन ने दीपेंद्र को एक तरफा चार्ज देते हुए बैंजामिन के कार्यकाल की जांच के आदेश जारी कर दिए। यह जांच जिला पंचायत की लेखाधिकारी प्रीति डेहरिया, सहायक अधीक्षक जिला पंचायत अशोक पोरवाल और लेखापाल नरेंद्र पांढारकर करेंगे।
जिला खेल अधिकारी का प्रभार मल्लखंभ प्रशिक्षक जितेंद्र धूलिया को जिला प्रशासन ने दिलाया तो इनकी बैंजामिन के प्रति निष्ठा सामने आ गई। पिछले कुछ दिनों से ये अपने कार्यालय पर ताला लगाकर गायब हो गए। जिला प्रशासन द्वारा दीपेंद्र सिंह ठाकुर को सहायक जिला खेल अधिकारी नियुक्त होने के बाद उन्हें प्रभार देने में भी धूलिया ने आनाकानी शुरू कर दी। मामले में नया मोड़ उस समय आया जब जिला प्रशासन ने दीपेंद्र को एक तरफा चार्ज देते हुए बैंजामिन के कार्यकाल की जांच के आदेश जारी कर दिए। यह जांच जिला पंचायत की लेखाधिकारी प्रीति डेहरिया, सहायक अधीक्षक जिला पंचायत अशोक पोरवाल और लेखापाल नरेंद्र पांढारकर करेंगे।