रविवार को एएसपी तथा सीएसपी ने बताया कि कुछ दिन पहले मोहल्ले में एक महिला की मृत्यु में मृतक की भुमिका होने पर महेन्द्र तथा आरोपियों के बीच तनाव बना हुआ था। आरोपियों ने पुछताछ के बाद बताया कि करीब डेढ़ माह पूर्व उनकी बहन की प्रसव के बाद स्वास्थ खराब होने से इंदौर में मौत हो गई थी। बहन की मौत में महेन्द्र की भूमिका अहम थी। जिससे बहन की मौत का बदला लेने की ठान रखी थी और मौके की तलाश में थे। 10 अक्टूबर की रात ९ बजे दशहरा मैदान इकबालगंज में सुरज, शिवा तथा नरेन्द्र बैठकर शराब पी रहे थे, इसी दौरान उन्होने महेन्द्र को गली से अकेले आते हुए देखा। जिस पर सुरज, शिवा और नरेन्द्र ने महेन्द्र के साथ मारपीट की बाद में उसे मैदान में पेड़ के नीचे ले जाकर जमीन पर गिरा दिया और नरेन्द्र से चाकू लेकर सूरज ने महेन्द्र पर कई वार किए जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शिवा व नरेन्द्र पैदल अपने घर से कपड़े लेकर दिलीप के घर पर आए जहां सूरज के खून से लथपथ कपड़े बदलकर जावरा से अहमदाबाद भाग गए। सीसीटीवी फुटेज तथा टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से आरोपियों को पुलिस ने रतलाम से गिरफ्तार किया।
इन्हें किया गिरफ्तार: महेन्द्र की हत्या के आरोप में पुलिस ने सूरज यादव, शिवा यादव , नरेन्द्र उर्फ तोमर निवासी इकबालगंज जावरा, दिलीप ऊर्फ गुडडु (मामा) निवासी इन्द्रा कॉलोनी, जावरा तथा रोहित झाजोड़ निवासी इकबालगंज जावरा को गिरफ़्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्है पुलिस रिमाण्ड पर भेज दिया गया।