पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अमरसिंह केशरपुरा में रिश्तेदारी में गया हुआ था। बुधवार की सुबह वापस लौट रहा था। नदी में पानी होने से वह स्टॉप डेम पर से गुजर रहा था कि अचानक तेज बहाव आने से वह उसमें बह गया। आसपास केग्रामीणों ने यह नजारा देखा तो परिजनों और पुलिस को सूचना दी। पुलिस और ग्रामीणों ने उसके शव को शाम तक ढूंढने का प्रयास किया लेकिन शव नहीं मिला।
गोवर्धन सागर तालाब की पाल क्षति ग्रस्त
सैलाना। क्षेत्र में हो रही तेज बारिश के कारण सैलाना के समीप गोवर्धन सागर तालाब की पाल में बुधवार को लीकेज हो गया। यह मामला दोपहर सवा 12 बजे सामने आया। गोवर्धन सागर के समीप रहने वाले किसान कारुलाल पाटीदार को जब इस की जानकारी लगी तो उसने सैलाना नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह राठौर को सूचना दी। बाद में सिंचाई विभाग व नपं के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। क्षतिग्रस्त तालाब को जेसीबी और पोकलने की मदद से मिट्टी डालकर सुधारा गया।
सैलाना। क्षेत्र में हो रही तेज बारिश के कारण सैलाना के समीप गोवर्धन सागर तालाब की पाल में बुधवार को लीकेज हो गया। यह मामला दोपहर सवा 12 बजे सामने आया। गोवर्धन सागर के समीप रहने वाले किसान कारुलाल पाटीदार को जब इस की जानकारी लगी तो उसने सैलाना नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह राठौर को सूचना दी। बाद में सिंचाई विभाग व नपं के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। क्षतिग्रस्त तालाब को जेसीबी और पोकलने की मदद से मिट्टी डालकर सुधारा गया।
सैलाना की पेयजल व्यवस्था का आधार गोवर्धन सागर तालाब सैलाना के लोगों की प्यास बुझाता है। चार ट्रैक्टर, एक जेसीबी व एक पोकलेन के माध्यम से क्षतिग्रस्त जगह को त्रिपाल, मिट्टी, घास से वैकल्पिक रूप में व्यव्स्था कर दी। जमा पानी को वेस्टवेयर पर 4 इंच तोडक़र पानी की निकासी कर दी गई।
अभी पाइपिंग की व्यवस्था कर दी है। अभी कोई समस्या नहीं, हम अभी तालाब पर ही हैं। तालाब में 0.5 क्यूबिक मिलिलीटर अभी जल है। मिट्टी का एक कीड़ा रहता है जो कि उसमें लग गया था उस कारण उस में पाइपिंग की जगह हो गई थी किंतु अब सुधार दिया गया है।
केके खरत, कार्यपालन यंत्री सिंचाई विभाग, रतलाम