मौसम का संक्रमण काल कहलाता है
बारिश का दौर खत्म होना और सर्दियों का मौसम शुरू होना मौसम का संक्रमण काल कहलाता है। इस मौसम में बारिश के बाद जमा पानी की वजह से मच्छरों के पनपने के लिए काफी अच्छा मौसम मिल जाता है जबकि सर्दियों का कोई असर नहीं होता है। ऐसे में हर जगह मच्छरों का अंबार होने से इनमें डेंगू मच्छरों की भी भरमार हो जाती है। ये ही मच्छर बीमारी का घर होते हैं। तेज धूप की वजह से मच्छरों को पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिलती है।
जिले में अब तक जनवरी से लेकर अब तक पांच मरीजों को डेंगू पाजीटिव आया है। इनमें से एक एलाइजा टेस्ट में पाजीटिव है जो जिला अस्पताल में ही पिछले महीनों में हुआ था। इसके अलावा शहर के एक निजी अस्पताल में दो अन्य मरीजों और जावरा के दो मरीजों को उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में डेंगू पाजीटिव मिला है। शहर के एक निजी अस्पताल में जिन मरीजों को डेंगू पाजीटिव बताया जा रहा है उनका एलाइजा टेस्ट नहीं हुआ है।
डेंगू होने के कारण बचाव के उपाय
– छतों पर लगातार कई सप्ताह तक पानी जमा नहीं रहने दें।
– पानी की टंकियों को ढंककर रखे जिससे उसमेें लार्वा नहीं पनप सके।
– निर्माण स्थलों पर भी पानी जमा नहीं होने दें।
– जहां भी साफ पानी लंबे समय से जमा दिखे तो मलेरिया विभाग को सूचना देवें।
एक टेक्नीशियन जो छोड़कर चला गया है उसके बाद जिला अस्पातल की लेबोरेटरी के कुछ अन्य टेक्नीशियनों को हमने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से ट्रेनिंग दिलवा दी है। इसलिए डेंगू की जांच में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी। वर्तमान में जो नमूने जांच के लिए पड़े हैं वे मरीज स्वस्थ होकर छुट्टी लेकर जा चुके हैं। इसलिए इन नमूनों की जांच बाद में भी की जा सकती है।
– डॉ. प्रमोद, एपिडिमियोलॉजिस्ट, रतलाम