जेआर डॉ. राहुल ने बताया कि वे इमरजेंसी में डॉ. शैलेंद्र डावर के कहने पर डॉ. राज दुलानी से लेरिंगोस्कोप लेने गया था। इस दौरान उन्होंने मुझसे अभद्रता की और गाली गलौच करने लगे और लेरिंगोस्कोप भी नहीं दिया। इसके बाद मैं वापस आ गया। इसकी शिकायत उन्होंने अन्य जेआर डॉक्टरों के साथ आवेदन लिखा और सिविल सर्जन को इसकी शिकायत करते हुए कहा कि उसके साथ अभद्रता की गई है। ऐसे में वह आगे से काम करने में असमर्थ रहेगा।
दोनों को बुलाकर समझाएंगे
दोनों डॉक्टरों को बुलाकर समझाएंगे कि वे किसी तरह का विवाद नहीं करे। हो सकता है पहचान नहीं होने से यह स्थिति बनी हो फिर भी इन्हें समझाएंगे कि विवाद करने की बजाय मरीजों के इलाज और उनके हित में काम करें।
डॉ. आनंद चंदेलकर, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल
इस बारे में हमने सिविल सर्जन से चर्चा की है। वे दोनों को बुलाकर चर्चा करेंगे। मेरे हिसाब से यह बहुत बड़ा मामला नहीं है। फिर भी हम चाहेंगे कि किसी तरह का विवाद नहीं हो।
डॉ. संजय दीक्षित, डीन मेडिकल कॉलेज, रतलाम
———
कोई अभद्रता नहीं की जेआर के साथ
मैं इमरजेंसी में मरीज को दवाइयां लिख रहा था तभी एक लड़का आया और लेरिंगोस्कोप मांगने लगा। मैंने सिस्टर को बोला कि दे दो। इस पर वह मोबाइल फोन निकालकर कहने लगा कि यह सर से बात करो। मैंने कहा आप कौन है, हो सकता है टेक्नीशियन हो। उसने बताया कि जेआर है तो मैंने कहा कि सीनियर डॉक्टर से किस तरह बात कर रहे हो। बस इतनी सी बात है। इसमें अभद्रता की कोई बात ही नहीं है।
डॉ. राज दुलानी, सर्जिकल स्पेशलिस्ट