काफी लंबे अरसे के बाद पिपलौदा क्षेत्र में हुई बारिश ने चारों तरफ आफत पैदा कर दी है। यह बारिश आफत की बारिश साबित हुई। 15 अगस्त की रात 9 बजे से धीमी गति से शुरू हुई बारिश देर रात जोरदार बारिश में तब्दील हो गई। जब लोग सुबह सोकर उठे तो चारो ओर पानी ही पानी था। नए बस स्टैंड पर चारों और जल जमाव हो चुका था। बस स्टैंड पर खड़े वाहन भी डूब चुके थे। बस स्टैंड के पास ढलान पर खड़ी बसों का आगे का काफी हिस्सा डूब चुका था। मुख्य बाजार में चमन चौराहे तक घरों के दरवाजों पर पानी टकरा रहा था। सादलपुरा की ओर से सुखेड़ा-बोरदिया मार्ग भी कई घंटों तक बंद रहा।
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार की सुबह 8 बजे समाप्त हुए चौबीस घंटो में जिले में औसत करीब ढाई इंच बारिश दर्ज की गई है। विकासखंडों को देखे तो जावरा में सर्वाधिक 6 इंच बारिश हुई, जबकि सबसे कम बारिश पिपलौदा में मात्र 09 मिमी बारिश दर्ज की गर्ई। आलोट में तीन इंच, ताल में करीब ढाई इंच, बाजना में तीन इंच, रतलाम में दो इंच, रावटी में करीब डेढ़ इंच और सैलाना में ढाई इंच बारिश हुई। जिले में अब तक 27 इंच बारिश हो चुकी है। यह बारिश पिछले वर्ष की तुलना में करीब एक इंच अधिक है। रतलाम विकासखंड की बात की जाए तो रतलाम में अब तक कुल 29 इंच बारिश हो चुकी है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में आठ इंच अधिक है।