छह में से तीन ने ले लिया स्थानांतरण
जिला अस्पताल में वैसे भी फार्मासिस्टों की कमी हो गई है। कुछ माह पहले तक यहां आठ फार्मासिस्ट हो थे। इसलिए ड्यूटी को लेकर कोई परेशानी नहीं थी किंतु तीन फार्मासिस्टों ने अपने पास के शहर या गांव में स्थानांतरण करवा लिया तो यहां की व्यवस्था फिर से गड़बड़ा गई है। इस समय पांच ही फार्मासिस्ट जिला अस्पताल में पदस्थ हैं। इनमें से दो की ड्यूटी एमसीएच में है जबकि दो की जिला अस्पताल में ड्यूटी लगा रखी है। एक को भंडार का काम सौंपा हुआ है। ऐसे में दवाई वितरण काउंटर पर वार्डों की सिस्टरों से काम लेना पड़ रहा है। अस्पताल में दूसरे पुरुष कर्मचारी भी हैं जो यह काम कर सकते हैं किंतु अस्पताल प्रशासन उनकी बजाय केवल महिलाओं की ही ड्यूटी यहां लगाने के लिए हर बार रोस्टर तैयार कर लेता है। बताया जाता है कि इस कार्य का जिम्मा अस्पताल के आरएमओ को होता है। कोई कर्मचारी उन्हें शिकायत भी करता है तो वे ड्यूटी नहीं करने का बहाना बताकर टाल देते हैं।
जिला अस्पताल में वैसे भी फार्मासिस्टों की कमी हो गई है। कुछ माह पहले तक यहां आठ फार्मासिस्ट हो थे। इसलिए ड्यूटी को लेकर कोई परेशानी नहीं थी किंतु तीन फार्मासिस्टों ने अपने पास के शहर या गांव में स्थानांतरण करवा लिया तो यहां की व्यवस्था फिर से गड़बड़ा गई है। इस समय पांच ही फार्मासिस्ट जिला अस्पताल में पदस्थ हैं। इनमें से दो की ड्यूटी एमसीएच में है जबकि दो की जिला अस्पताल में ड्यूटी लगा रखी है। एक को भंडार का काम सौंपा हुआ है। ऐसे में दवाई वितरण काउंटर पर वार्डों की सिस्टरों से काम लेना पड़ रहा है। अस्पताल में दूसरे पुरुष कर्मचारी भी हैं जो यह काम कर सकते हैं किंतु अस्पताल प्रशासन उनकी बजाय केवल महिलाओं की ही ड्यूटी यहां लगाने के लिए हर बार रोस्टर तैयार कर लेता है। बताया जाता है कि इस कार्य का जिम्मा अस्पताल के आरएमओ को होता है। कोई कर्मचारी उन्हें शिकायत भी करता है तो वे ड्यूटी नहीं करने का बहाना बताकर टाल देते हैं।
फार्मासिस्टों की कमी
जिला अस्पताल के लिए जितने फार्मासिस्ट चाहिए उतने नहीं है। हमारे पास आठ फार्मासिस्ट थे जिनमें से तीन ने तबादला ले लिया और आचार संहिता के पहले ही वे रिलीव हो गए हैं। अब चुनाव बाद कुछ फार्मासिस्ट के आने की संभावना है। इसके बाद व्यवस्थाओं में सुधार हो सकता है।
डॉ. आनंद चंदेलकर, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल
जिला अस्पताल के लिए जितने फार्मासिस्ट चाहिए उतने नहीं है। हमारे पास आठ फार्मासिस्ट थे जिनमें से तीन ने तबादला ले लिया और आचार संहिता के पहले ही वे रिलीव हो गए हैं। अब चुनाव बाद कुछ फार्मासिस्ट के आने की संभावना है। इसके बाद व्यवस्थाओं में सुधार हो सकता है।
डॉ. आनंद चंदेलकर, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल