एक हजार से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाएं
माध्यमिक शिक्षा मंडल की १०वीं और १२वीं की परीक्षाओं के लिए जिले में ६५ केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर करीब ३५ हजार विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। ऐसे में इन परीक्षाओं के संचालन में करीब एक हजार से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाओँ की ड्यूटी लगी हुई है। ये सभी परीक्षा लेने के बाद अपने-अपने घरों को चले जाते रहे हैं। परीक्षा शुरू हुए एक पखवाड़ा होने को आया है। उधर स्कूलों में स्थानीय परीक्षाएं भी चल रही है तो जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं की ड्यूटी परीक्षा में नहीं लगी वे ही इन स्कूलों को संभाल रहे हैं और परीक्षा ले रहे हैं।
विरोध के बाद जागा विभाग
स्कूलों में व्यवस्थाएं देखने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के सामने स्थानीय परीक्षा संचालन और स्कूल की व्यवस्था देखने की चुनौती सामने आने से कुछ शिक्षक-शिक्षिकाओं ने संगठनों के माध्यम से डीईओ तक यह बात पहुंचाई। सोमवार और मंगलवार तक तो इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई किंतु बुधवार को डीईओ रामेश्वर चौहान ने सभी को परीक्षा के बाद स्कूल जाने के आदेश जारी किए। यही नहीं जिस दिन परीक्षा नहीं होगी उस दिन स्कूल समय पर ही स्कूल पहुंचने को भी कहा है। ज्ञात हो ग्रामीण स्कूलों में ज्यादा परेशानी आ रही है।
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आदेश जारी कर दिया गया
शिक्षक-शिक्षिकाओं को परीक्षा ड्यूटी के बाद अपने-अपने स्कूलों में जाने के आदेश जारी किए गए हैं। ये आदेश आज ही जारी किए क्योंकि शिक्षकों ने उनके संज्ञान में यह बात आज ही लाई है। जिस दिन परीक्षा नहीं होगी उस दिन स्कूल समय पर ही शिक्षकों को स्कूल में पहुंचना होगा।
रामेश्वर चौहान, डीईओ, रतलाम