इस मौके पर जनपद शिक्षा केन्द्र से स्थानांतरित जनशिक्षकों को विदाई दी गई। इस अवसर पर विकासखंड स्रोत केन्द्र समन्वयक विनोद शर्मा ने कहा कि सभी जनशिक्षकों ने एक परिवार की तरह कार्य किया तथा अपनी जिम्मेदारी को समझ कर विकासखंड को प्रदेश में स्थान दिलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कार्यक्रम में स्थानांतरित जनशिक्षकों तथा अकादमिक समन्वयक शंतिलाल देवड़ा ने जनपद शिक्षा केन्द्र में कार्यानुभवों को सांझा किया। विदेश यात्रा से लौटे सुजापुर उमावि के प्राचार्य बोस ने दक्षिण कोरिया की शिक्षा, साफ सफाई तथा यातायात व्यवस्था की जानकारी देते हुए बच्चों में जिज्ञासा, रचनात्मकता, कौशल तथा तकनीकी शिक्षा के साथ ही स्वयं कार्य करने की प्रेरणा व दूसरों के प्रति सम्मान का भाव पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया। संचालन जनशिक्षक अंबाराम बोस ने किया। आभार रामकृष्ण उपाध्याय ने माना। कार्यक्रम में बीएसी संजय भट्ट, दिग्पालसिंह मकवाना, बीजीसी सुनीता शर्मा, जनशिक्षक रितेश सुराना, भागीरथ मालवीय, नानालाल नायमा, योगेन्द्र मईड़ा, प्रदीप वैष्णव, उपयंत्री राजेश धाकड़, युनूस खान व कालूसिंह भाटी आदि उपस्थित थे।