यह निर्णय भूगोल में बड़ौदा की प्रोफेसर बिंदु भट्ट के मार्ग दर्शन में पीएचडी कर रहे रतलाम के युवक लखन पगारिया जैन ने लिया है। इसके लिए उन्होंने अपने ससुराल वालों को राजी कर लिया। जबकि उनके परिवार में 40 साल बाद लड़की के विवाह का योग बना।
आचार्य लाप्रभुपाद व लाल बहादुर शास्त्री के जीवन वृत्तांत से प्रभावित
लखन जैन ने बताया कि उन्हें यह प्रेरणा महासती जैन साध्वी मधुबाला श्रीजी से मिली। साथ ही इस्कान फाउंडर आचार्य लाप्रभुपाद व पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के जीवन वृत्तांत से प्रभावित होकर लिया है। यह शादी कोरोना काल में शहीद डॉक्टरों व मरीजों के साथ ही रूस व युक्रेन युद्ध में शहीद जवानों के साथ ऐसे लोगों को समर्पित है जिन्हें एक समय का भोजन नहीं मिल पाता है।
जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे
12 मई को दाहोद में सात फेरे व कन्यादान होगा। 13 मई को रतलाम में कालिका माता सेवा ट्रस्ट, अन्नक्षेत्र, ईशप्रेम बस्ती, निर्मला भवन काटजू नगर, त्रिवेणी तट , विरियाखेड़ी स्थित वृद्धाश्रम में रहने वालों को मिष्ठान युक्त भोजन कराया जाएगा। 1५ मई को गोपाल गोशाला, जैन दिवाकर गोशाला, बकराशाला त्रिवेणी के सामने, बरबड़ हनुमान मंदिर गोशाला, खेतलपुर स्थित गोशाला में लापसी व हरी घास खिलाया जाएगा। इसके साथ ही ऐेसे जरूरतमंद बच्चे जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने नहीं पढ़ पाते हैं। उन्हें गोद लेकर कक्षा छह से ग्रेज्युएशन तक पढ़ाई का खर्च उठाएंगे।
दोनों परिवारों में ये लोग शामिल
लखन के पिता महेंद्र कुमार जैन मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी में अधीक्षण यंत्री कार्यालय में सहायक यंत्री है। माता संगीता जैन गृहिणी है। बड़ी बहन नीमच निवासी जहिता पलास मोदी है। छोटी बहन रक्षिता जैन इतिहास में पीएचडी कर रही है। दाहोद निवासी वधू श्रुति जैन ने बी-फार्मा तक शिक्षा ग्रहण की है। उनके पिता ऋषभ छजलानी इलेक्ट्रिक सामान के विक्रेता है। माता ममता छजलानी गृहिणी है। भाई सुपन जैन एलएलबी में अध्ययनरत है।
आचार्य लाप्रभुपाद व लाल बहादुर शास्त्री के जीवन वृत्तांत से प्रभावित
लखन जैन ने बताया कि उन्हें यह प्रेरणा महासती जैन साध्वी मधुबाला श्रीजी से मिली। साथ ही इस्कान फाउंडर आचार्य लाप्रभुपाद व पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के जीवन वृत्तांत से प्रभावित होकर लिया है। यह शादी कोरोना काल में शहीद डॉक्टरों व मरीजों के साथ ही रूस व युक्रेन युद्ध में शहीद जवानों के साथ ऐसे लोगों को समर्पित है जिन्हें एक समय का भोजन नहीं मिल पाता है।
जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे
12 मई को दाहोद में सात फेरे व कन्यादान होगा। 13 मई को रतलाम में कालिका माता सेवा ट्रस्ट, अन्नक्षेत्र, ईशप्रेम बस्ती, निर्मला भवन काटजू नगर, त्रिवेणी तट , विरियाखेड़ी स्थित वृद्धाश्रम में रहने वालों को मिष्ठान युक्त भोजन कराया जाएगा। 1५ मई को गोपाल गोशाला, जैन दिवाकर गोशाला, बकराशाला त्रिवेणी के सामने, बरबड़ हनुमान मंदिर गोशाला, खेतलपुर स्थित गोशाला में लापसी व हरी घास खिलाया जाएगा। इसके साथ ही ऐेसे जरूरतमंद बच्चे जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने नहीं पढ़ पाते हैं। उन्हें गोद लेकर कक्षा छह से ग्रेज्युएशन तक पढ़ाई का खर्च उठाएंगे।
दोनों परिवारों में ये लोग शामिल
लखन के पिता महेंद्र कुमार जैन मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी में अधीक्षण यंत्री कार्यालय में सहायक यंत्री है। माता संगीता जैन गृहिणी है। बड़ी बहन नीमच निवासी जहिता पलास मोदी है। छोटी बहन रक्षिता जैन इतिहास में पीएचडी कर रही है। दाहोद निवासी वधू श्रुति जैन ने बी-फार्मा तक शिक्षा ग्रहण की है। उनके पिता ऋषभ छजलानी इलेक्ट्रिक सामान के विक्रेता है। माता ममता छजलानी गृहिणी है। भाई सुपन जैन एलएलबी में अध्ययनरत है।