इस तरह समझे पूरा मामला
असल में इस बैंक की पूरे राज्य में कुल ८६६ शाखा है। इन शाखाओं में एक कर्मचारी बैंक के नियम अनुसार प्रत्येक बैंक में एक मेकर व एक चेकर कर्मचारी रहता है। इस प्रकार कुल ८६६ शाखाओं में करीब १७०० से कुछ अधिक कर्मचारी बैंक से जुड़ा ये महत्वपूर्ण कार्य करते है। राज्यभर की ग्रामीण बैंक में काम करने वाले इन सभी कर्मचारियों की इनके निर्वाचन क्षेत्र सहित अन्य स्थान पर लोकसभा चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई है। अब स्थिति ये है कि रतलाम के ग्रामीण बैंक में अगर १९ मई के लिए ड्यूटी लगी है तो १७ मई से २० मई तक बैंक को बंद रखना होगा। इससे लेन-देन तो प्रभावित होगा ही इसके अलावा गांव से जुडे़ इस बैंक में ग्रामीणों को अन्य प्रकार की परेशानी भी होगी।
इस तरह जताया विरोध
राज्य ग्रामीण बैंक के संगठन ने राज्य के चुनाव आयोग को इस बारे में सूचना दी है। दी गई सूचना में इस बात का उललेख किया है कि उनकी बैंक के राज्यभर के कर्मचारियों को चुनाव में पीठासीन अधिकारी सहित अन्य चुनावी कार्य में लगाया जा रहा है। इसके लिए प्रशिक्षण कार्य की शुरुआत हो गई है। चुनाव मंे ड्यूटी रहने से बैंक को ४ से ५ दिन के लिए बंद रखना होगा। इससे ग्रामीणों को परेशानी होगी।
ये काम करती है ये बैंक
असल में ग्रामीण बैंक सरकार की विभिन्न योजना जैसे विधवा पेंशन, छात्रवृत्ति वितरण, किसानों को उपज का भुगतान आदि प्रमुख कार्य करती हैै। अब बैंक में ड्यूटी होने से ये काम काज ठप रहेंगे। इसलिए हमने राज्य चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि हमारे कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखा जाए।
– केके गौर, महासचिव, आफिसर्स फेडरेशन, मप्र राज्य ग्रामीण बैंक एम्प्लाईज एवं आफिसर्स फेडरेशन