पंचायत चुनाव के लिए चुनाव चिह्न आवंटन होने के साथ ही हार-जीत के लिए अब दोनों ही राजनीतिक दलों के साथ ही सैलाना और बाजना क्षेत्र में अपनी पकड़ रखने वाले जय आदिवासी संगठन (जयस) भी मैदान में है। तीनों ही दलों के नेताओं के माथे पर बागी उम्मीदवारों की वजह से चिंता की लकीरें उभरने लगी है। बागी उम्मीदवार खुद की पार्टी के लिए ही नुकसानदेह साबित होकर विरोधी को फायदा पहुंचा सकते हैं।
अंतिम समय तक चलती रही जोर आजमाइश
दलों की तरफ से अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा करने के बाद नाम वापसी के अंतिम समय तक तीनों ही दलों के कुछ नेताओं की नाराजगी बनी रही और उन्होंने नाम वापस नहीं लिए। उन्हें नाम वापस लेने के लिए जोर आजमाइश चलती रही। कुछ मान गए तो कुछ डटे रहे। अब उन्हें भी चुनाव चिह्न आवंटित हो गए हैं और वे मैदान में उतर चुके हैं।
दलों की तरफ से अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा करने के बाद नाम वापसी के अंतिम समय तक तीनों ही दलों के कुछ नेताओं की नाराजगी बनी रही और उन्होंने नाम वापस नहीं लिए। उन्हें नाम वापस लेने के लिए जोर आजमाइश चलती रही। कुछ मान गए तो कुछ डटे रहे। अब उन्हें भी चुनाव चिह्न आवंटित हो गए हैं और वे मैदान में उतर चुके हैं।
ेये हैं प्रमुख बागी उम्मीदवार
- जिला पंचायत के जिस 12 नंबर वार्ड में सबसे बड़ा घमासान देखने को मिल सकता है। इस वार्ड में भाजपा के बागी पूर्व जिपं उपाध्यक्ष दशरथ आंजना मैदान में हैं।
- वार्ड क्रमांक सात में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ भाजपा प्रत्याशी तो है ही कांग्रेस की तरफ से ही रमेश पाठक की पत्नी शालिनी भी मैदान में उतरी हुई है।
- वार्ड तीन में कांग्रेस की सबसे ज्यादा मुसीबत है। यहां पूर्व सरपंच राजीव देवदा, प्रेमसिंह गामड़ और अश्विन औहरी कांग्रेस से बागी होकर मैदान में उतरे हैं।
- वार्ड क्रमांक छह में भाजपा और कांग्रेस दोनों को बागियों से दो चार होना पड़ेगा। अधिकृत प्रत्याशियों से इतर दोनों ही दलों से जुड़े प्रत्याशी मैदान में उतर आए हैं।
- वार्ड क्रमांक 13 में जयस और कांग्रेस दोनों के लिए बागी मैदान में खड़़े हैं। ध्यानवीर जयस से तो नरसिंह डामोर, शंकर डिंडोर कांग्रेस के बागी मैदान में डटे हुए हैं।
- वार्ड 14 में भी कांग्रेस के बागी मैदान में उतरे हुए हैं। इसी तरह वार्ड क्रमांक 16 में जयस की कविता चारेल भी निर्दलीय के रूप में मैदान में डटी हुई है।
- वार्ड छह में भाजपा बेबी कुंवर, धरमकुंवर, अनिता रामसागर, मांगू बाई
- वार्ड क्रमांक एक से कांग्रेस की बागी उम्मीदवार नीलम सत्यनारायण व्यास ने दावेदारी ठोकी है। ये यहां की कांग्रेस की अधिकृत उम्मीदवार के लिए रोड़ा बन रही है।
- जिला पंचायत के जिस 12 नंबर वार्ड में सबसे बड़ा घमासान देखने को मिल सकता है। इस वार्ड में भाजपा के बागी पूर्व जिपं उपाध्यक्ष दशरथ आंजना मैदान में हैं।
- वार्ड क्रमांक सात में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ भाजपा प्रत्याशी तो है ही कांग्रेस की तरफ से ही रमेश पाठक की पत्नी शालिनी भी मैदान में उतरी हुई है।
- वार्ड तीन में कांग्रेस की सबसे ज्यादा मुसीबत है। यहां पूर्व सरपंच राजीव देवदा, प्रेमसिंह गामड़ और अश्विन औहरी कांग्रेस से बागी होकर मैदान में उतरे हैं।
- वार्ड क्रमांक छह में भाजपा और कांग्रेस दोनों को बागियों से दो चार होना पड़ेगा। अधिकृत प्रत्याशियों से इतर दोनों ही दलों से जुड़े प्रत्याशी मैदान में उतर आए हैं।
- वार्ड क्रमांक 13 में जयस और कांग्रेस दोनों के लिए बागी मैदान में खड़़े हैं। ध्यानवीर जयस से तो नरसिंह डामोर, शंकर डिंडोर कांग्रेस के बागी मैदान में डटे हुए हैं।
- वार्ड 14 में भी कांग्रेस के बागी मैदान में उतरे हुए हैं। इसी तरह वार्ड क्रमांक 16 में जयस की कविता चारेल भी निर्दलीय के रूप में मैदान में डटी हुई है।
- वार्ड छह में भाजपा बेबी कुंवर, धरमकुंवर, अनिता रामसागर, मांगू बाई
- वार्ड क्रमांक एक से कांग्रेस की बागी उम्मीदवार नीलम सत्यनारायण व्यास ने दावेदारी ठोकी है। ये यहां की कांग्रेस की अधिकृत उम्मीदवार के लिए रोड़ा बन रही है।
मना रहे हैं बागियों को
जो भी बागी जिला पंचायत के चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में डटा हुआ है उसे मनाने का प्रयास पार्टीस्तर पर किया जा रहा है। हम मतदान के पहले तक मना लेंगे और उनसे अधिकृत प्रत्याशी को समर्थन दिलवाने में कामयाब हो जाएंगे।
जो भी बागी जिला पंचायत के चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में डटा हुआ है उसे मनाने का प्रयास पार्टीस्तर पर किया जा रहा है। हम मतदान के पहले तक मना लेंगे और उनसे अधिकृत प्रत्याशी को समर्थन दिलवाने में कामयाब हो जाएंगे।
राजेंद्रसिंह लुनेरा, जिलाध्यक्ष भाजपा सभी कार्यकर्ता का महत्व पार्टी में सभी कार्यकर्ता का महत्व होता है। प्रयास किए लेकिन फिर भी कुछ बागी खड़े हो गए हैं। उन्हें मनाने के लिए प्रयास चल रहे हैं। इतने वार्ड हैं तो कोई न कोई तो नाराज होता ही है लेकिन हम उन्हें मना लेंगे ऐसा विश्वास है।
हर्षविजय गेहलोत, जिला कांग्रेस अध्यक्ष