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मध्यप्रदेश में बिल भरने पर लौटा रही बिजली कंपनी राशि

locationरतलामPublished: Jan 07, 2022 07:13:35 pm

Submitted by:

Ashish Pathak

घर बैठे बिल भरो, हर माह छूट पाओ, बिजली के एलटी कनेक्शन पर 20 एवं उच्चदाब पर हजार रूपए की छूट, एक वर्ष में उपभोक्ताओं को लौटाए 12.25 करोड़

MPEB NEWS

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रतलाम. मध्यप्रदेश में न कनेक्शन कटने का डर, न लाइन में लगने का झंझट, न ही छुट्टी के दिन काम नहीं होने की बात, इन्हीं बातों की खासियत से मालवा और निमाड़ में हर वर्ष बिजली के आनलाइन केशलेंस बिल भरने वालों की संख्या सतत बढ़ती जा रही है। कंपनी स्तर पर औसतन लगभग साढ़े बारह लाख उपभोक्ता हर माह केशलेंस तरीके से बिल भर रहे है। इन्हें हर माह एक से सवा करोड़ रूपए प्रोत्साहन स्वरूप लौटाए जा रहे हैं। रतलाम में 50 प्रतिशत उपभोक्ता ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतन कर रहे है।
बिजली वितरण कंपनी के बिल काउंटर पर अब पहले की तरह लंबी-लंबी लाइन नजर नहीं आती है, इसका कारण आन लाइन भुगतान के मोड एमपी आन लाइन, गुगल पे, फोन पे, पेटीएम, अमेजान आदि माध्यमों का होना है। ये माध्यम आसान है, साथ ही समय समय पर बिलों के भुगतान के प्रति उपभोक्ताओं को सचेत भी करते है। इन माध्यमों से चौबीस घंटे, सातों दिन बिजली बिलों का भुगतान किया रहा है। मालवा और निमाड़ में हर माह बारह लाख से ज्यादा उपभोक्ता केशलेस तरीके से बिल भर रहे है। इन्हें हर माह औसतन एक करोड़ एवं वर्ष में बारह से साढ़े बारह करोड़ रूपए प्रोत्साहन स्वरूप लौटाए जाते है।
Burfanpur: Give electricity bill of 10 thousand to the servant, collectorate disease
IMAGE CREDIT: Patrika
इतनी मिल रही छूट

निम्नदाब उपभोक्ताओं यानि घरों, छोटे दुकानदार, लघु उद्योग आदि संचालकों को हर बिल पर 5 से 20 एवं उच्चदाब उपभोक्ताओं यानि भारी बिजली उपयोग कर्ताओं प्रति बिल पर 100 को 1000 रूपए केशलेस छूट दी जाती है। साथ ही उच्चदाब उपभोक्ताओं को बिल जारी होने के सात दिन में प्राम्प्ट पैमेंट यानि अंतिम तिथि के काफी पहले भुगतान करने पर एक चौथाई फीसदी अलग से छूट दी जाती है। बड़े उपभोक्ता जिनका मासिक बिल करोड़ों में होता है, वे हर माह एक बिल ही लाखों की छूट प्राप्त कर रहे है।
38 हजार ले रहे रतलाम में छूट

शहरों की बात करे तो रतलाम शहर में पचास फीसदी बिल भरने वाले उपभोक्ता केशलेस के है, इनकी संख्या 38 हजार है। उज्जैन शहर में पैंतालीस फीसदी उपभोक्ता केशलेस के है, इनकी संख्या करीब 45 हजार है। इंदौर शहर में हर माह लगभग पांच लाख उपभोक्ता बिल भरते है, इसमें से साठ फीसदी यानि सवा तीन लाख से ज्यादा उपभोक्ता केशलेंस तरीके से बिल भरने वाले होते है। इंदौर जिले में ही में पिछले एक वर्ष में केशलेस/प्राम्प्ट तरीके से बिजली बिल भुगतान कर उपभोक्ताओं ने लगभग 4 करोड़ रूपए का फायदा अर्जित किया है। पेटीएम, गुगल पेट, फोन पे, अमेजन आदि बिजली बिल जारी होने के साथ ही अंतिम तिथि के अलर्ट भी उसी तरह जारी करते है, जिस तरह बिजली कंपनी बिल जारी होने, तिथि पास में आने के दौरान बिल भरने की अपील करती है। बिजली कंपनी केशलेस भुगतान पर प्रोत्साहन राशि अगले बिल में लौटाती है, जो बिल में स्पष्ट दर्ज रहती है।
MPEB Electricity Complaint Number 1912
IMAGE CREDIT: patrika
फैक्ट फाइल

वर्ष – उपभोक्ता संख्या – दी गई छूट

2018 – 5 लाख उपभोक्ता – 6 करोड़

2019 – 8 लाख उपभोक्ता – 9 करोड़

2020 – 10 लाख उपभोक्ता – 10 करोड़
2021 – 12.25 लाख उपभोक्ता – 12.25 करोड़

15 लाख करने की कोशिश

केशलेस से बिजली कंपनी को भी केश संभालने से निजात मिली है । वर्तमान में लगभग सवा बारह लाख उपभोक्ता केशलेस तरीके से बिल भर रहे है, ये कही से कभी भी बिल आसानी से भर सकते है। केशलेंस बिल भुगतान वालों को हर बिल पर छूट दी जा रही है, दी गई छूट अगले बिल में स्पष्ट दर्शायी जाती है। कंपनी स्तर पर केशलेस से बिल भरने वालों की संख्या अगले तीन माह में 15 लाख करने की कोशिश की जा रही है।
– अमित तोमर, एमडी मप्रपक्षेविविकं इंदौर

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