ज्ञात रहे सुखेडा उपमंडी में स्वीकृत भूमि पर 214 निलगिरी, 43 बबूल, 11 शिशम, 06 निम, 06 खजुर, 02 अड़वा, 02 गुलमोहर व 50 पेड़ खेजड़ा के खड़े है। उक्त स्वीकृत भूमि का सर्वे करने 3 अगस्त को जावरा एसडीएम एमएल आर्य आए थे। उन्होंने जावरा मंडी उपसंचालक सचिव एमएस मुनिया व मंडी इंजीनियर प्रभाकर रुनिजा व तहसीलदार मनिष सोलंकी को स्वीकृत सुखेडा उपमंडी में आ रहे है हरे वृक्षों को काटने के लिए विज्ञप्ति निकालने व पारदर्शिता से नीलाम करने को कहा था।
नीम एवं शिशम के पेड़ नहीं काटा जाए, इस पर जावरा मंडी सचिव द्वारा 10 अगस्त की शाम ४ बजे ग्राम पंचायत भवन पर उक्त वृक्षों की बोली लगाने के लिए आवेदन लिए गए। आवेदन पंजीयन के लिए 5 हजार रुपए जमाकर रसीद प्राप्त सुधा व्यक्ति ही बोली में भाग लेने की शर्त पर 8 व्यक्तियों ने आवेदन किए। आवेदन लगाने में मोहम्मद खां बन्नाखेडा, महावीर सोलकी सुखेडा, जाकिर खां जावरा, मुकद्द पटेल जावरा, मोहमम्द साजित जावरा, मुन्ना खां सुखेडा, दिनेश बडायला, सरवन व पिपलोदा के जगदीश पिता कारुजी जाट द्वारा आवेदन के साथ बोली की रकम बंद लिफाफे में लिखकर लिखकर पेस किया गया। लिफाफे को तहसीलदार सोलंकी ने उपस्थित सभी के सामने खोला गया। सबसे ज्यादा बोली जगदीश पिता कारुजी जाट पिपलोदा की रही। जाट ने हरे वृक्ष को काटने हेतु 2 लाख 10 हजार रुपये अंकित किए थे। जबकि सबसे कम बोली मोहम्मद साजित जावरा द्वारा मात्र 32 हजार रुपए लगाए गए थे। अधिक बोली होने से जगदीश जाट पिपलोदा को वृक्ष काटने को कहा गया। सोंलकी ने बताया की जिन व्यक्तियों ने पांच-पांच हजार रुपये जमा कराए व बोली नहीं खुलने से वह व्यक्ति जावरा मण्डी में जाकर रसीद बताकर चेक ले लें।
अधिक राशि की बोली लगाने बाले जगदीश जाट को मिठाई खिलाई उपमंडी में वृक्ष काटने की बोली के समय तहसीलदार मनीष सोलंकी सहित जावरा मण्डी के सचिव मुनिया, इंजीनियर प्रभाकर रुनिजा, निर्माण प्रभारी नारायण ब्राह्मणे, पिपलोदा नायब तहसीलदार पीहू कुरिल, राजस्व विभाग के गिरदावर एमएस मनसुरी, पटवारी लक्ष्मणसिंह निनामा, सरपंच मीरा मारिवाल, उपसरपंच मधुबाला चन्द्रावत, सचिव जगदीश पांचाल, पंचायत निर्माण समिति सदस्य अवध मालपानी व पंचगण उपस्थित थे।
नीम एवं शिशम के पेड़ नहीं काटा जाए, इस पर जावरा मंडी सचिव द्वारा 10 अगस्त की शाम ४ बजे ग्राम पंचायत भवन पर उक्त वृक्षों की बोली लगाने के लिए आवेदन लिए गए। आवेदन पंजीयन के लिए 5 हजार रुपए जमाकर रसीद प्राप्त सुधा व्यक्ति ही बोली में भाग लेने की शर्त पर 8 व्यक्तियों ने आवेदन किए। आवेदन लगाने में मोहम्मद खां बन्नाखेडा, महावीर सोलकी सुखेडा, जाकिर खां जावरा, मुकद्द पटेल जावरा, मोहमम्द साजित जावरा, मुन्ना खां सुखेडा, दिनेश बडायला, सरवन व पिपलोदा के जगदीश पिता कारुजी जाट द्वारा आवेदन के साथ बोली की रकम बंद लिफाफे में लिखकर लिखकर पेस किया गया। लिफाफे को तहसीलदार सोलंकी ने उपस्थित सभी के सामने खोला गया। सबसे ज्यादा बोली जगदीश पिता कारुजी जाट पिपलोदा की रही। जाट ने हरे वृक्ष को काटने हेतु 2 लाख 10 हजार रुपये अंकित किए थे। जबकि सबसे कम बोली मोहम्मद साजित जावरा द्वारा मात्र 32 हजार रुपए लगाए गए थे। अधिक बोली होने से जगदीश जाट पिपलोदा को वृक्ष काटने को कहा गया। सोंलकी ने बताया की जिन व्यक्तियों ने पांच-पांच हजार रुपये जमा कराए व बोली नहीं खुलने से वह व्यक्ति जावरा मण्डी में जाकर रसीद बताकर चेक ले लें।
अधिक राशि की बोली लगाने बाले जगदीश जाट को मिठाई खिलाई उपमंडी में वृक्ष काटने की बोली के समय तहसीलदार मनीष सोलंकी सहित जावरा मण्डी के सचिव मुनिया, इंजीनियर प्रभाकर रुनिजा, निर्माण प्रभारी नारायण ब्राह्मणे, पिपलोदा नायब तहसीलदार पीहू कुरिल, राजस्व विभाग के गिरदावर एमएस मनसुरी, पटवारी लक्ष्मणसिंह निनामा, सरपंच मीरा मारिवाल, उपसरपंच मधुबाला चन्द्रावत, सचिव जगदीश पांचाल, पंचायत निर्माण समिति सदस्य अवध मालपानी व पंचगण उपस्थित थे।