यह है पूरा मामला
रावटी पुलिस थाना क्षेत्र के दौलतपुरा रुंडी निवासी पीडि़त वागजी पिता कालू डामर ४५ साल ने बताया करीब सालभर पहले उसके भाई लीमजी का लड़का जगदीश डामर २२ साल नीमच तरफ मजदूरी करने जा रहा था। इसके साथ गांव के ही भीला पारगी ने अपनी पत्नी को भी काम करने के लिए भेज दिया। वहां क्या हुआ किसी को पता नहीं लेकिन भीला का कहना है कि उसकी पत्नी से उसके कुछ संबंध हो गए। इस पर विवाद हुआ तो गांव वालों ने समझाकर भांजगड़ करवा दिया था। भांजगड़े में भीला को ४५ हजार रुपए भी दे दिए गए। इस पूरे प्रकरण में वागजी का कहना था कि उसकी कोई भूमिका नहीं थी और किसी से कोई लेना-देना भी नहीं था। फिर भी भीला उससे दुश्मनी पालने लगा। शुक्रवार की शाम करीब चार बजे वागदी खेत पर काम कर रहा था इसी दौरान भीला आया और उसने दांतों से वागजी की नाक काटकर अलग कर दी। लहुलुहान वागजी घर पहुंचा और फिर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रावटी ले जाया गया। रात में ही उसे जिला अस्पताल रैफर किया गया।
रावटी पुलिस थाना क्षेत्र के दौलतपुरा रुंडी निवासी पीडि़त वागजी पिता कालू डामर ४५ साल ने बताया करीब सालभर पहले उसके भाई लीमजी का लड़का जगदीश डामर २२ साल नीमच तरफ मजदूरी करने जा रहा था। इसके साथ गांव के ही भीला पारगी ने अपनी पत्नी को भी काम करने के लिए भेज दिया। वहां क्या हुआ किसी को पता नहीं लेकिन भीला का कहना है कि उसकी पत्नी से उसके कुछ संबंध हो गए। इस पर विवाद हुआ तो गांव वालों ने समझाकर भांजगड़ करवा दिया था। भांजगड़े में भीला को ४५ हजार रुपए भी दे दिए गए। इस पूरे प्रकरण में वागजी का कहना था कि उसकी कोई भूमिका नहीं थी और किसी से कोई लेना-देना भी नहीं था। फिर भी भीला उससे दुश्मनी पालने लगा। शुक्रवार की शाम करीब चार बजे वागदी खेत पर काम कर रहा था इसी दौरान भीला आया और उसने दांतों से वागजी की नाक काटकर अलग कर दी। लहुलुहान वागजी घर पहुंचा और फिर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रावटी ले जाया गया। रात में ही उसे जिला अस्पताल रैफर किया गया।