पीडि़ता ने इसकी शिकायत एसपी गौरव तिवारी से की थी, जिस पर मामला जांच के लिए स्टेशन रोड थाने भेजा गया था। यहां पुलिस ने जांच के बाद पटवारी शिखा चतुर्वेदी पति विपुल सक्सेना निवासी मंगलम सिटी के आवेदन पर रेल नगर निवासी योगेंद्र कुशवाह, कस्तूरबा नगर निवासी संजय तंवर, रेलवे कॉलोनी निवासी अजयसिंह, दीनदयाल नगर निवासी रामबाबू शर्मा, वीरेंद्र बाथव, विनोबा नगर निवासी भूपेश नेगी, सैलाना बस स्टैंड निवासी विजय सोलंकी, पीएंडटी कॉलोनी निवासी विजय महावर और राजस्व कॉलोनी निवासी निक्की चौहान के खिलाफ के दर्ज किया है।
ये की शिकायत
शिखा ने शिकायत में बताया कि उसके पति व्यवसाय करते है, जिस कारण से उनका रुपए की जरुरत थी। उन्होने मुझसे बोला था कि किसी से रुपए उधार लेकर मुझे दे दो। रेल नगर निवासी योगेंद्रसिंह परिचित थे, उनसे अक्टूबर 2016 में पोलोग्राउंड में बुलाकर बात की थी कि मेरे पति को ढ़ाई लाख रुपए चाहिए, जिस पर उसने पांच प्रतिशत ब्याज पर देने का बोला था। पीडि़त ने हर माह ब्याज देने का बोला था। कुछ देर बाद उसने रुपए मंगवाकर दे दिए थे। उसके बाद रेलवे कॉलोनी निवासी अजयसिंह से भी अक्टूबर 2016 में पति और मैंने पोलोग्राउंड में २ लाख २० हजार रुपए दस प्रतिशत ब्याज पर लिए थे।
शिखा ने शिकायत में बताया कि उसके पति व्यवसाय करते है, जिस कारण से उनका रुपए की जरुरत थी। उन्होने मुझसे बोला था कि किसी से रुपए उधार लेकर मुझे दे दो। रेल नगर निवासी योगेंद्रसिंह परिचित थे, उनसे अक्टूबर 2016 में पोलोग्राउंड में बुलाकर बात की थी कि मेरे पति को ढ़ाई लाख रुपए चाहिए, जिस पर उसने पांच प्रतिशत ब्याज पर देने का बोला था। पीडि़त ने हर माह ब्याज देने का बोला था। कुछ देर बाद उसने रुपए मंगवाकर दे दिए थे। उसके बाद रेलवे कॉलोनी निवासी अजयसिंह से भी अक्टूबर 2016 में पति और मैंने पोलोग्राउंड में २ लाख २० हजार रुपए दस प्रतिशत ब्याज पर लिए थे।
इनसे भी लिया था उधार
पीडि़ता व पति ने दस प्रतिशत ब्याज से विजय महावर से 15 हजार, संजय तंवर से एक लाख 80 हजार, विजय सोलंकी से तीस हजार, वीरेंद्र बाथव एक लाख रुपए, निक्की चौहान से एक लाख रुपए, भूपेश से तीन लाख व रामबाबू शर्मा से एक लाख रुपए अक्टूबर 2018 में आरटीजीएस के माध्यम से ब्याज पर लिए थे। सभी से उधार लेने के बाद मैं और पति समय-समय पर सभी को ब्याज देते रहे।
पीडि़ता व पति ने दस प्रतिशत ब्याज से विजय महावर से 15 हजार, संजय तंवर से एक लाख 80 हजार, विजय सोलंकी से तीस हजार, वीरेंद्र बाथव एक लाख रुपए, निक्की चौहान से एक लाख रुपए, भूपेश से तीन लाख व रामबाबू शर्मा से एक लाख रुपए अक्टूबर 2018 में आरटीजीएस के माध्यम से ब्याज पर लिए थे। सभी से उधार लेने के बाद मैं और पति समय-समय पर सभी को ब्याज देते रहे।
बाजार में दी थी धमकी
उसके बाद भूपेश मुझे बाजार में मिला और बोला कि मुझे ब्याज कम पड़ रहा है, ब्याज बढ़ाना पड़ेगा। जिस पर हमने बोला कि रुपयों का ब्याज दे रहे और ज्यादा ब्याज नहीं दे सकते है, तो वो बोला कि तुम और तुम्हारे पति और ज्यादा ब्याज नहीं दे सकते हो तो तुम आज ही तुम्हारे खाते के चेक हस्ताक्षर करके दे दो, नहीं तो मैं तुम्हारी नौकरी ले लूंगा। डर के कारण उसी दिन भूपेश को एक खाली चेक हस्ताक्षर करके दे दिया था।
उसके बाद भूपेश मुझे बाजार में मिला और बोला कि मुझे ब्याज कम पड़ रहा है, ब्याज बढ़ाना पड़ेगा। जिस पर हमने बोला कि रुपयों का ब्याज दे रहे और ज्यादा ब्याज नहीं दे सकते है, तो वो बोला कि तुम और तुम्हारे पति और ज्यादा ब्याज नहीं दे सकते हो तो तुम आज ही तुम्हारे खाते के चेक हस्ताक्षर करके दे दो, नहीं तो मैं तुम्हारी नौकरी ले लूंगा। डर के कारण उसी दिन भूपेश को एक खाली चेक हस्ताक्षर करके दे दिया था।
नहीं तो तुम्हे बदनाम कर देंगे
पीडि़ता ने बताया कि इसके बाद जब भी योगेंद्रसिंह, अजय सिंह, संजय तंवर, रामबाबू शर्मा और वीरेंद्र बाथव मुझे और पति को जब भी मिलते है तो ये बोलते है कि या तो तुम जो ब्याज दे रहे हो उससे ज्यादा ब्याज दो नहीं तो हम तुमको बदनाम कर देंगे और अगर भलाई चाहते हो और नौकरी सलामत चाहती हो तो हमे चेक पर हस्ताक्षर करके दे दो। जिस पर डर के कारण योगेंद्र को तीन, अजय को तीन, संजय को दो, रामबाबू को तीन, वीरेंद्र को दो चेक हस्ताक्षर करके दिए थे।
पीडि़ता ने बताया कि इसके बाद जब भी योगेंद्रसिंह, अजय सिंह, संजय तंवर, रामबाबू शर्मा और वीरेंद्र बाथव मुझे और पति को जब भी मिलते है तो ये बोलते है कि या तो तुम जो ब्याज दे रहे हो उससे ज्यादा ब्याज दो नहीं तो हम तुमको बदनाम कर देंगे और अगर भलाई चाहते हो और नौकरी सलामत चाहती हो तो हमे चेक पर हस्ताक्षर करके दे दो। जिस पर डर के कारण योगेंद्र को तीन, अजय को तीन, संजय को दो, रामबाबू को तीन, वीरेंद्र को दो चेक हस्ताक्षर करके दिए थे।
एक चेक पति ने दिया था
पीडि़ता की माने तो एक चेक उसके पति ने वीरेंद्र बाथव को निक्की चौहान के नाम का दे दिया था। उसके बाद भी इन्हे ब्याज के रुपए देते रहे है। फिर भी ये सभी लोग मुझे व पति को आए दिन डराते धमकाते है। इन लोगों ने चेक भी बैंक में लगा दिए है, जिनका केस चल रहा है। मैं और पति दोनों ब्याज के रुपए देकर परेशान हो गए है। पीडि़ता की इस शिकायत पर पुलिस ने सभी के खिलाफ सूदखोरी व धमकी देने का प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
पीडि़ता की माने तो एक चेक उसके पति ने वीरेंद्र बाथव को निक्की चौहान के नाम का दे दिया था। उसके बाद भी इन्हे ब्याज के रुपए देते रहे है। फिर भी ये सभी लोग मुझे व पति को आए दिन डराते धमकाते है। इन लोगों ने चेक भी बैंक में लगा दिए है, जिनका केस चल रहा है। मैं और पति दोनों ब्याज के रुपए देकर परेशान हो गए है। पीडि़ता की इस शिकायत पर पुलिस ने सभी के खिलाफ सूदखोरी व धमकी देने का प्रकरण पंजीबद्ध किया है।