मौसम में जैसे – जैसे आसमान में तापमान बढ़ता जा रहा है, वैसे – वैसे जमीन पर आगजनी की घटनाओं में वृद्धि होती जा रही है। शहर व आसपास के अंचल में मिलाकर इस साल के शुरू के 97 दिन में 126 जगह आग लगने की घटनाएं हुई है। इन सब के बाद भी नगर निगम के पास उपलब्ध पांच दमकल में से एक दमकल इंदौर में 18 दिन से सुधार कार्य ही करवा रही है। निगम के दमकल के कर्मचारी संसाधन के अभाव में काम करने को मजबूर है।
इंदौर गई हुई है एक दमकल शहर में नगर निगम के पास स्वयं की पांच दमकल है। कोरोना काल के पूर्व तक इन सब की हालात बेहतर थी, लेकिन कोरोना काल में सैनिटाइजर के छिड़काव में इनका उपयोग हुआ तो इनकी टंकी खराब हो गई। कुछ दमकल की टंकियों को तो कर्मशाला के कर्मचारियों ने लीकेज में सुधार कर लिया, लेकिन एक दमकल की टंकी में सुधार नहीं हो पाया। सुधार के बाद भी लीकेज की समस्या जारी रही। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने दमकल को करीब 18 दिन पूर्व इंदौर में सुधार के लिए भेजा जो अब तक वापसी का इंतजार है।
इन संसाधन का अभाव
आगजनी पर काबू पाने के लिए जब कर्मचारी जाते है तो जरूरी संसाधन का अभाव है। कर्मचारियों के लिए आवास या बड़े गोदाम में आग लगने पर होने वाले धूआ से बचाव के लिए आक्सीजन सिलेंडर नहीं है। ऐसे में कर्मचारी मुंह पर मजबूरी में रुमाल का उपयोग करते है। इतना ही नहीं, अगर कोई डूबकर मर जाता है तो उसको निकालने के लिए गोताखोरी का काम भी यही कर्मचारी करते है, लेकिन पानी में अंदर जाते समय आक्सीजन की कमी नहीं हो, इसका सिलेंडर भी इनके पास नहीं है।
आगजनी पर काबू पाने के लिए जब कर्मचारी जाते है तो जरूरी संसाधन का अभाव है। कर्मचारियों के लिए आवास या बड़े गोदाम में आग लगने पर होने वाले धूआ से बचाव के लिए आक्सीजन सिलेंडर नहीं है। ऐसे में कर्मचारी मुंह पर मजबूरी में रुमाल का उपयोग करते है। इतना ही नहीं, अगर कोई डूबकर मर जाता है तो उसको निकालने के लिए गोताखोरी का काम भी यही कर्मचारी करते है, लेकिन पानी में अंदर जाते समय आक्सीजन की कमी नहीं हो, इसका सिलेंडर भी इनके पास नहीं है।
चाहिए रहते यह संसाधन
कर्मचारी के पास आग पर काबू पाने के दौरान आक्सीजन सिलेंडर के अलावा हेलमेट, दास्ताने, सीज फायर, गम बूट, पेट्रोल-डीजल की आग में काम आने वाला फॉम आदि चाहिए रहता है।
कर्मचारी के पास आग पर काबू पाने के दौरान आक्सीजन सिलेंडर के अलावा हेलमेट, दास्ताने, सीज फायर, गम बूट, पेट्रोल-डीजल की आग में काम आने वाला फॉम आदि चाहिए रहता है।
सबसे अधिक खेत व कचरे में आग
इस वर्ष अब तक सबसे अधिक आग कचरे के ढ़ेर व खेत में लगी है। कर्मचारियों के अनुसार कभी निगम के ही कर्मचारी तो कभी आमजन कचरे में आग लगा देते है। इससे बड़ी आग बढ़ जाती है। बुधवार को ही रोटरी क्लब के बाहर पेड़ में कचरे से व कॉमर्स कॉलेज के करीब बन रहे ब्रिज के नीचे कचरे में आग लग गई।
इस वर्ष अब तक सबसे अधिक आग कचरे के ढ़ेर व खेत में लगी है। कर्मचारियों के अनुसार कभी निगम के ही कर्मचारी तो कभी आमजन कचरे में आग लगा देते है। इससे बड़ी आग बढ़ जाती है। बुधवार को ही रोटरी क्लब के बाहर पेड़ में कचरे से व कॉमर्स कॉलेज के करीब बन रहे ब्रिज के नीचे कचरे में आग लग गई।
फैक्ट फाइल माह – आगजनी की घटना जनवरी 10 फरवरी 16 मार्च 82 अप्रेल 18 कुल 126 आमजन फोटो उपलब्ध करवाए नगर निगम के दमकल विभाग के कर्मचारी बेहतर काम कर रहे है। अगर शहर में निगम कर्मचारी कचरे में आग लगाता है, तो 7471144900 नंबर पर मुझे सीधे फोटो लेकर मोहल्ले का नाम लिखकर वाट्सएप करें। कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जो दमकल इंदौर सुधार के लिए गई है, वो एक – दो दिन में आ जाएगी।