शहर के छह स्कूलों में लगना है प्लांट
मप्र ऊर्जा विकास निगम की तरफ से शहर के सभी छह हायर सेकंडरी स्कूलों का चयन इसके लिए हुआ था। शहर के पांच में पांच-पांच किलोवाट और एक स्कूल उत्कृष्ट उमावि में छह किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया जाना है। इसकी शुरुआत नवीन कन्या उमावि से होकर यह चालू हो चुका है। नवीन कन्या उमावि के अलावा अन्य स्कूलों में महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि, जवाहर उमावि, विनोबा हायर सेकंडरी, माणकचौक उमावि और उत्कृष्ट उमाव हैं जिनमें यह प्लांट लगना है।
मप्र ऊर्जा विकास निगम की तरफ से शहर के सभी छह हायर सेकंडरी स्कूलों का चयन इसके लिए हुआ था। शहर के पांच में पांच-पांच किलोवाट और एक स्कूल उत्कृष्ट उमावि में छह किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया जाना है। इसकी शुरुआत नवीन कन्या उमावि से होकर यह चालू हो चुका है। नवीन कन्या उमावि के अलावा अन्य स्कूलों में महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि, जवाहर उमावि, विनोबा हायर सेकंडरी, माणकचौक उमावि और उत्कृष्ट उमाव हैं जिनमें यह प्लांट लगना है।
हर साल हजारों रुपयों की बचत
हायर सेकंडरी स्कूलों में काफी संख्या में कमरे, लेबोरेटरी और अन्य संसाधन होने से हर माह दो से तीन हजार रुपयों का बिजली का बिल आता रहा है। ऐसे में हर साल २० से ३० हजार रुपए का बिजली बिल इन स्कूलों को बिजली के नाम पर ही भरना पड़ता रहा है। शहर के छहों स्कूलों की बात की जाए तो इस मान से एक लाख रुपए से ज्यादा का सालाना बिजली बिल का खर्च बचना तय है। नवीन कन्या उमावि में प्लांट लगाने के बाद ठेकेदार कंपनी ने शहर के दूसरे स्कूल में काम शुरू किया है।
काफी बचत होगी बिजली बिल की
स्कूल में सोलर प्लांट लग चुका है और इसका कनेक्शन भी ठेकेदार कंपनी के कर्मचारी कर गए हैं। यह अच्छी पहल है जिससे स्कूलों में बिजली की बचत तो होगी ही शासन की राशि भी बचेगी। पांच किलोवाट का सोलर प्लांट स्कूल में लगाया गया है।
ममता अग्रवाल, प्राचार्य नवीन कन्या उमावि, रतलाम
हायर सेकंडरी स्कूलों में काफी संख्या में कमरे, लेबोरेटरी और अन्य संसाधन होने से हर माह दो से तीन हजार रुपयों का बिजली का बिल आता रहा है। ऐसे में हर साल २० से ३० हजार रुपए का बिजली बिल इन स्कूलों को बिजली के नाम पर ही भरना पड़ता रहा है। शहर के छहों स्कूलों की बात की जाए तो इस मान से एक लाख रुपए से ज्यादा का सालाना बिजली बिल का खर्च बचना तय है। नवीन कन्या उमावि में प्लांट लगाने के बाद ठेकेदार कंपनी ने शहर के दूसरे स्कूल में काम शुरू किया है।
काफी बचत होगी बिजली बिल की
स्कूल में सोलर प्लांट लग चुका है और इसका कनेक्शन भी ठेकेदार कंपनी के कर्मचारी कर गए हैं। यह अच्छी पहल है जिससे स्कूलों में बिजली की बचत तो होगी ही शासन की राशि भी बचेगी। पांच किलोवाट का सोलर प्लांट स्कूल में लगाया गया है।
ममता अग्रवाल, प्राचार्य नवीन कन्या उमावि, रतलाम