मंदसौर शहर में कलेक्ट्रेट से लेकर बायपास और 500 क्वार्टर से लेकर एमआईटी सहित विस्तारित होते शहर के लिए सड़क सुरक्षा समिति में नए रूट के निर्धारण के कलेक्टर के निर्देश के बाद आरटीओ ने नए रूट का निर्धारण किया है। यहां चलने वाले वाहनों में इन युवतियां व महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इस रुट के लिए रिक्शा मिलने के बाद यह वाहन चलाती दिखेंगी। इसके अलावा प्रशिक्षण लेकर इस रूट पर वाहन चलाने के लिए लाइसेंस व परमिट जारी करने के लिए विभाग प्राथमिकता भी रखेगा। अभी किसी को परमिट जारी नहीं हुए है, लेकिन आवेदन पर प्राथमिकता से परमिट जारी किए जाएंगे।

- मुंबई का एनजीओ सभी 10 को ई-रिक्शा अपनी तरफ से देगा।
- 26 जनवरी को तीन ई-रिक्शा दिए जाएंगे, फिर सात और देंगे।
- कलेक्ट्रेट व बायपास को शहर से जोडऩे वाले मार्ग पर यह युवतियां रिक्शा चलाते हुए दिखेगी।
- इन्हें रोजगार से जोड़कर अन्य को प्रोत्साहित कर अन्य रोजगार से जोडऩे के लिए प्रशासन ने यह पहल की है।
- बाबे थ्री चैलेंज एनजीओ देगा 18 लाख 80 हजार के 10 ई-रिक्शा।
लर्निंग लाइसेंस तो पहले ही बना दिया गया था। ऑटो को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है तो वाहन चलाते समय नियमों का पालन और रुठ पर चलने के दौरान ट्रैफिक संकेतको से लेकर अन्य प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नया जो रुट निर्धारण किया है उन पर चलने वाले वाहनों के लिए इन्हें परमिट व लाइसेंस देने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
बाछड़ा समुदाय की महिलाओं व युवतियों को रोजगार से जोड़कर मुयधारा में लाने के लिए यह पायलेट प्रोजेक्ट है। मंदसौर में नए रुट पर वाहन चलाने के लिए इन्हें परमिट व लाइसेंस प्राथमिकता से दिए जाएंगे। गणतंत्र दिवस पर रिक्शा देकर इसकी शुरुआत कर रहे है। कोशिश है कि इससे जागरुकता और प्रोत्साहन मिले तो समाज की अन्य महिलाएं व लड़किया भी अन्य रोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बनेगी।
