रतलाम मंडल के डेमू ट्रेन लंबी दूरी पर नहीं चलती है। इसलिए इन एसी कोच का सफल होना मुश्किल है क्योंकि इन ट्रेनों में अधिकांश यात्री अप-डाउनर्स ही है। एसी कोच का किराया कई गुना महंगा होगा। पश्चिम रेलवे में पहली बार डेमू ट्रेन को एसी कोच के साथ चलाया जाएगा। डॉ. आंबेडकर नगर रेलवे स्टेशन से चलने वाली महू-इंदौर, महू-रतलाम डेमू ट्रेन में यात्रियों को एसी चेयरकार की सुविधा मिलेगी। इसके साथ महू रेलवे स्टेशन पर चार एसी चेयरकार भी आ चुके हैं। हालांकि इन कोच को डेमू में कब से संचालित किया जाएगा। अभी तय नहीं हुआ है।
पश्चिम रेलवे में कहीं नहीं
अफसरों के अनुसार, डेमू ट्रेन लोकल होती और इनमें सबसे ज्यादा नौकरीपेशा और विद्यार्थी सफर करते हैं इसलिए इन ट्रेन का किराया सीमित रहता है। जबकि एसी कोच लगने पर यात्रियों को अधिक किराया देना होगा। महू-इंदौर के बीच में भी इन एसी चेयरकार में सफर करना है, तो रिजर्वेशन करना होगा। इसके लिए पश्चिम रेलवे ने दो दिन पहले ही डेमू ट्रेन के चार एसी चेयरकार महू रेलवे स्टेशन भेजे हैं। इन कोच को फिलहाल वर्कशॉप में रखा गया है। अफसरों के अनुसार, इस कोच की डिमांड मंडल द्वारा नहीं की गई है। बावजूद जोन कार्यालय ने कोच भेज दिए हैं।
रतलाम मंडल के डीआरएम विनित गुप्ता ने बताया कि डेमू के इन एसी चेयरकार की डिमांड नहीं की गई है। फिलहाल इन्हें महू रेलवे स्टेशन स्थित वर्कशॉप में रखा गया है। कुछ तकनीकी दिक्कत और मुख्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद ही संचालन किया जाएगा। गौरतलब है कि इंदौर से महू तक चलने वाली ट्रेन में काफी अपडाउनर्स सफर करते हैं।अफसरों के अनुसार, डेमू ट्रेन लोकल होती और इनमें सबसे ज्यादा नौकरीपेशा और विद्यार्थी सफर करते हैं इसलिए इन ट्रेन का किराया सीमित रहता है। जबकि एसी कोच लगने पर यात्रियों को अधिक किराया देना होगा। महू-इंदौर के बीच में भी इन एसी चेयरकार में सफर करना है, तो रिजर्वेशन करना होगा।