यह कार्य अधिकतर मुख्य रेल लाईनों पर किया गया। मंडल में यह कार्य स्वीकृत है एवं मुख्य मार्गों और व्यस्त मार्गो पर प्राथमिकता देते हुए इस कार्य को किया जा रहा है। इसका इस्तेमाल बढऩेे से ट्रैक पर ज्यादा स्पीड के साथ ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है। यह गति एवं संरक्षा की द्वष्टि से महत्वपूर्ण सिद्व होगा। रेल मण्डल द्वारा इस कार्य को तीव्र गति से किया जा रहा है जिससे ट्रेनों की गति को अधिक बढ़ाने में सहायता मिलेगी। रतलाम मण्डल में अभी तक मेल/एक्सप्रेस ट्रेन की अधिकतम गति 130/110 किमी प्रति घंटा है। जिसे अब बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटे की गति को हासिल करने पर कार्य किया जा रहा है।
पहले चरण में मण्डल के रतलाम-नागदा सेक्शन पर अधिकतम गति बढ़ाने का कार्य वर्ष 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस थिक वेब स्विच को लगाने में लगभग ढाई से तीन घंटे का ब्लॉक की आवश्यकता के साथ 30 से 40 कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। इसी के साथ-साथ इसमें इस्तेमाल होने वाली प्वाईन्ट मशीन भी काफी सृदृढ़ है। यह कार्य रेलव के इंजीनियरिंग, दूरसंचार एवं संकेत, परिचालन और विद्युत विभाग के सामूहिक प्रयासों से किया जा रहा है।
ट्रेनों की गति 130 किमी प्रति घंटे से 160 किमी प्रति घंटे की जा सकती है।
100 से अधिक डिब्बों वाली मालगाड़ी जैसी भारी ट्रेन के भार को सहने की अदभुत क्षमता।
सामान्य प्वाईन्ट की तुलना में थिकवेब स्वीच की विश्वसनीयता बहुत अधिक है।
संरक्षा की द्वष्टि से सामान्य स्विच की तुलना में अधिक सुरक्षित है।
इसे नई रेल लाइन की कांक्रीट स्लीपरों पर आसानी से लगाया जा सकता है, जो सुरक्षा की द्वष्टि से महत्वपूर्ण है।
सामान्य स्विच की तुलना में थिक वेब स्वीच की लाइफ 3 गुना अधिक होती है, साथ ही साथ इसका रखरखाव बहुत ही कम करना पड़ता है।
आमातौर पर ट्रेन पटरी बदलती है तो डिब्बे में यात्रियों को झटका लगता है। थिक वेब स्विच लगने के बाद पाइंट बदलने पर झटका नहीं लगेगा। इसके अलावा यात्री ट्रेन की गति 130 से 160 किमी करने में यह महत्वपूर्ण सहयोगी साबित होगा।