नगर पालिका ने अजमेरी गेट पर एसडीएम बंगले के पास निराश्रितों के लिए आश्रय स्थल बनाया गया है, जहां महिला और पुरुषों के लिए रहने और सोने की व्यवस्था की गई है। इस आश्रय स्थल का नगर पालिका पूरी तरह से प्रचार प्रसार नहीं कर पाई है, ऐसे में बारिश के इस मौसम में कई निराश्रीत सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, रेलवे प्लेटफार्म के साथ ही मुख्य बाजारों में बनी दुकानों के शेड में रात बीताने को मजबूर है। आश्रय स्थल इन दिनों पूरी तरह से विरान पड़ा है। प्रांगण में पानी भरा है। इधर आश्रय स्थल पर पलंग साईड में खडे है तो गादी रजाई घडी कर रखी है। महिलाओं के बने कमरे में नपा ने टी गार्ड भर रखे है। लेकिन इन लोगों को यहा से उठाकर आश्रय स्थल तक पहुंचाने के लिए ना तो नपा के जवाबदार घ्यान दे रहे है और ना ही प्रशासनिक अधिकारी, ऐसे में कई लोगों बारिश के दौरान आश्रय की तलाश में भटक रहे है।
कोई भी निराश्रित कभी भी आ सकता है
– अशोक शर्मा, सीएमओ नपा
आश्रय स्थल के प्रचार प्रसार का जिम्मा नगर पालिका का है, इस संबंध में लोगों को जानकारी देना चाहिए, इसके प्रचार में कहा कमी रह गई है, दिखवाते है, यदि कोई भी निराश्रित बारिश के दौरान वहां आश्रय पाने जाना चाहेे तो अपनी आईडी दिखाकर आश्रय पा सकता है।
– एमएल आर्य, एसडीएम जावरा