आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता के मामले में रतलाम जिला चिकित्सालय प्रदेश के टॉप 10 जिला चिकित्सालय में शामिल है। रतलाम में 246 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं, जबकि भोपाल 303 प्रकार की दवाइयों के साथ टॉप पर है। जिला चिकित्सालय नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड सर्टिफि केट के लिए वर्ष 2019-20 के लिए चयनित किया गया है। यहां की मेटरनिटी ने 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक लेकर लक्ष्य सर्टिफि केशन प्राप्त किया है।
सीएस ने कहा कि प्रदेश में शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं, शालाओं और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत दुकानों का संचालन सुव्यवस्थित और निर्धारित समयानुसार हो। तीनों संस्थाएं जन सामान्य के जीवन से संबंधित हैं। इसलिए इनके संचालन पर कलेक्टर लगातार नजर रखें। सीएस ने मिलावटी और अमानक खाद्य पदार्थो के खिलाफ चल रही कार्रवाई की भी जानकारी ली। बैठक में कलेक्ट रुचिका चौहान, अपर कलेक्ट जमुना भिडे़, जिला पंचायत सीईओ संदीप केरकेट्टा, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे उपस्थित थे।
सीएस मोहंती ने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य संस्थाओं के खुलने के समय, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता व दवा वितरण और साफ. सफ ाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। स्वास्थ्य संस्थाओं को बेहतर बनाने में स्थानीय व्यापारिक घरानों व औद्योगिक इकाईयों से सलाह और आवश्यक सहयोग को प्रोत्साहित किया जाए। रोगी कल्याण समितियों को सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत मिलावटी व अमानक खाद्य पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहे।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत पात्र परिवारों के सत्यापन के लिए चलाए जाने वाले अभियान के लिए जारी तैयारियों पर भी चर्चा की। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि वितरण प्रणाली के अंतर्गत जुड़े अपात्र व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए। कलेक्टर से अति-वृष्टि व बाढ़ के बाद जारी राहत कार्यों व सर्वेक्षण संबंधी जानकारी भी ली गई। मौसमी बीमारियों की रोकथाम की तैयारी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सत्यापन के लिए जारी गतिविधियों, प्याज भंडारण पर कंट्रोल ऑर्डर के तहत की गई कार्रवाई व समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी के लिए पंजीयन की समीक्षा की गई।