ट्रस्ट द्वारा उस 15 फिट गहरे गड्ढे को मिट्टी से भर दिया गया हैं। मुक्तिधाम ट्रस्ट द्वारा यहां एक बेहद ही सुंदर उद्यान क़ा निर्माण किया जा रहा हैं। जहां 100 के लगभग कई दुर्लभ प्रजाति औऱ औषधीय गुणों से युक्त कई पौधों क़ा रोपण किया जाएगा। इस उद्यान में आगामी भविष्य में फव्वारे सहित बच्चों क़े लिये झूले भी लगाने का विचार किया जा रहा हैं। विगत 20 वर्षों से रहवासियों द्वारा निगम सहित सामाजिक संस्थानों व कई समाज सेवियों से मुक्तिधाम की इस दुर्दशा हेतु सुधार के लिए आवेदन दिए पर किसी ने भी इस स्थिति की औऱ ध्यान नहीं दिया। यहां दाह संस्कार के लिए शव यात्रा में आने वाले बड़े बड़े अधिकारी, समाज सेवी, नेता, मंत्री भी दुर्गंध व गंदगी के कारण नाक पर रुमाल रखकर निकलते दिखे पर किसी ने भी इसके बदलाव के लिए सहयोग नहीं दिया।
यह आ रही था अब तक परेशानी
बतां दे कि इस भूमि पर मुख्य मार्ग से निकलने वाले लोग गन्दगी कचरा सहित मृत जीव, दाह संस्कार क़े लिये आने मृतजनों के परिजन भी मृत व्यक्ति के बिस्तर वस्त्र यही फेंक दिया करते है। बी सेक्टर व मुक्तिधाम के मध्य का मुख्य मार्ग अलकापुरी, कस्तूरबा नगर, जवाहर नगर, राममंदिर, इंद्रलोक नगर से स्टेशन के लिये मुख्य मार्ग हैं तथा इसी मार्ग के समीप दो बड़े विद्यालय भी संचालित होते है। यहां व्याप्त गन्दगी के चलते निकलने वाले लोगों को नाक बंद करके निकलना पढ़ता है। यहां निवासरत लोगों की स्थिति तो इससे भी बत्तर है। मच्छरों औऱ दुर्गंध के कारण जहां वर्षो से रहवासियों औऱ विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो रहा था।
मुक्तिधाम को सुदंर स्वच्छ बनाने में दे सहयोग
इस उद्यान क़े निर्माण क़े साथ ही साथ समीप खुल्ले नाले की दीवार क़ा भी निर्माण किया जाएगा, जिससे बाहर से कोई गन्दगी कचरा न डाल सके। मुक्तिधाम क़े मुख्य द्वार के समीप ही शव यात्रा में आने वालों के लिये पार्किंग ज़ोन का भी निर्माण किया जा रहा हैं जहां दो पहिया वाहन सहित चार पहिया वाहनों हेतु पार्किंग की व्यवस्था रहेंगी। मुक्तिधाम क़े व्यवस्थापक पंडित शैलेन्द्र शर्मा ने बतलाया की बाल्यावस्था क़े बच्चों क़ो दफऩाने की अपेक्षा दाहसंस्कार हेतु सुझाव दिया जा रहा हैं, जिस हेतु ट्रस्ट उनके दाहसंस्कार हेतु कोई भी शुल्क नहीं लेंगी। साथ ही दाह संस्कार में आने वाले परिजनों से भी आग्रह किया हैं कि वो भी अपने मृत परिजनों हेतु मुक्तिधाम को सुंदर व स्वच्छ बनाने हेतु अपना सहयोग दे तथा एक पौधे का दान मुक्तिधाम में अवश्य करें।