इन ट्रेन के लिए दबाव जरूरी है इंदौर से सप्ताह में तीन दिन हावड़ा के लिए ट्रेन चलती है। अगर इसे रतलाम तक बढ़ाया जाए तो स्वर्ण बाजार में काम करने वाले सैकड़ों उन कारीगरों को लाभ होगा जिनका संबध बंगाल से है। इसी प्रकार अमृतसर जाने के लिए पश्चिम व गोल्डन टेंपल एक्सपे्रस के अलावा ओर कोई सुविधा नहीं है। एेसे में इंदौर-अमृतसर ट्रेन को रतलाम तक बढ़ाया जाए तो यहां के यात्रियों को लाभ होगा। ये ट्रेन सप्ताह में दो बार इंदौर से चलती है। इंदौर से भोपाल के लिए प्रतिरात को पैसेंजर ट्रेन चलती है। इसको रतलाम तक बढ़ाने से रतलाम के यात्रियों को भोपाल के लिए ट्रेन की अतिरिक्त सुविधा मिलेगी। इसी प्रकार यशवंतपुरत जाने के लिए इस समय सप्ताह में एक ट्रेन है।
खडे़-खडे़ जाना होता है इंदौर से एक ट्रेन इस समय सप्ताह में एक बार चलती है। इसको रतलाम तक बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए। कहने को तो धार्मिक स्थल कटरा-वैष्णोदेवी जाने के लिए रतलाम से प्रतिदिन शाम को ट्रेन चलती है, लेकिन अधिकतर यात्रियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलने पर खडे़-खडे़ जाना होता है। एेसे में इंदौर से जम्मु तक चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन को रतलाम से इंदौर के रास्ते चलाए तो यहां के यात्रियों को लाभ मिल सकता है। इंदौर से गुवाहाटी, इंदौर से देहरादुन, इंदौर से भिंड, इंदौर से जबलपुर, इंदौर से बिलासपुर , इंदौर से बरेली, इंदौर से वाराणसी के रास्ते राजेंद्रनगर आदि के लिए भी ट्रेनें चलती है।
भोपाल से विस्तार तो रतलाम क्यों नहीं असल में रेलवे ने कुछ समय पूर्व शुरू हुई भोपाल-बरेली-भोपाल साप्ताहिक ट्रेन को इंदौर तक फेरा विस्तार किया है। एेस में सवाल यही है कि जब ये ट्रेन भोपाल से इंदौर तक बढ़ सकती है तो रतलाम तक क्यों नहीं आ सकती। इसी प्रकार इंदौर से नागपुर तक जब सप्ताह में एक बार ट्रेन चलती है तो उसको रतलाम तक क्यों नहीं किया जा सकता है।
बजट की हो रही तैयारी असल में रेल बजट के मुख्य बजट में शामिल होने के बाद अब जनवरी-फरवरी में आम बजट आ जाता है। एेसे में मंडल में नए बजट की तैयारी शुरू हो गई है। अभी से इसके लिए स्थानीय अधिकारियों पर दबाव बनाया जाए, रेलवे को ट्वीट से लेकर मांग पत्र लिखे जाए तो ही संभव है कि इस पर ध्यान दिया जाए। इस मामले में दीपावली के करीब हुई मंडल की बैठक में मेरे द्वारा उठाया गया था। जब जयपुर के सामने ये समस्या आई थी तो उन्होने अजमेर का विस्तार किया, फिर रतलाम में पीट लाइन का ओर विस्तार क्यों नहीं हो सकता, जबकि यहां यार्ड में पर्याप्त स्थान है।
दिलीप पाटनी, सदस्य, मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति निर्णय वरिष्ठ स्तर पर होता है
यात्रियों को मांग करने का अधिकार है। अनेक बार मांग पर सुनवाई हुई है। इस मामले में अंतिम निर्णय वरिष्ठ स्तर पर ही होगा।
यात्रियों को मांग करने का अधिकार है। अनेक बार मांग पर सुनवाई हुई है। इस मामले में अंतिम निर्णय वरिष्ठ स्तर पर ही होगा।
– जेके जयंत, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल