अंबिका नगर निवासी ताराचंद पिता हीरालाल विश्वकर्मा ६७ ने पुलिस को बताया कि वे रेलवे से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उनके तीन पुत्र हैं जिनमें से एक उज्जैन में रहता है जबकि दो लड़के उनके साथ रहते हैं। एक लड़का मनोज बिजली कंपनी में नौकरी करता है जबकि दूसरा लड़का राजेंद्र कोई कामधंधे नहीं करता है।
शनिवार को मनोज ड्यूटी पर चला गया तो दोपहर में करीब तीन बजे राजेंद्र आया और खर्चे के रुपए मांगते हुए गाली गलौच करने लगा। गाली देने और काम धंधा करने की बात उससे कही तो उसने लातघूसों से पिटाई कर दी। मारपीट के दौरान पत्नी जानकीदेवी ने बीचबचाव किया तो उसे भी धक्का दे दिया। मारपीट से सीने में बाएं तरफ व बांए पैर के घुटने में चोट लगी है। राजेन्द्र सब्जी काटने का चाकू दिखाकर बोला कि खर्चे के पैसे नहीं दिये तो जान से खत्म कर दूंगा। पीडि़त पिता ने बेटे के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया है।