दो चरणों में होंगे प्रवेश
राज्य शिक्षा केंद्र ने इस बार आरटीई में प्रवेश प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा करने की समय सारिणी तय की है। पहले चरण में आवेदन, लॉटरी और प्रवेश, दूसरे चरण में बचे हुए बच्चों के नाम प्रदर्शित करके लॉटरी निकाली जाएगी। समय साारिणी के अनुसार राज्य शिक्षा केंद्र 5 अगस्त तक यह सारी प्रक्रिया पूरी कर लेगा।
राज्य शिक्षा केंद्र ने इस बार आरटीई में प्रवेश प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा करने की समय सारिणी तय की है। पहले चरण में आवेदन, लॉटरी और प्रवेश, दूसरे चरण में बचे हुए बच्चों के नाम प्रदर्शित करके लॉटरी निकाली जाएगी। समय साारिणी के अनुसार राज्य शिक्षा केंद्र 5 अगस्त तक यह सारी प्रक्रिया पूरी कर लेगा।
यह है समय सारिणी
- पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन व त्रुटि सुधार - 15 से 30 जून
- आवेदन के पश्चता पावती और दस्तावेज वेरिफिकेशन - 20 से 1 जुलाई
- रेंडम पद्धति से ऑनलाइ लाटरी व एसएमएस से सूचना - 5 जुलाई
- स्कूल आवंटन और पोर्टल पर सूची प्रदर्शित होने के बाद आवंटन पत्र डॉउनलोड कर स्कूल में प्रवेश के लिए उपस्थित होना - 6 से 16 जुलाई
- दूसरे चरण के प्रवेश के लिए रिक्त सीट प्रदर्शित करना - 20 जुलाई
- दूसरे चरण की ऑनलाइ च्वाइस अपडेट करना - 20 से 25 जुलाई
- दूसरे चरण की ऑनलाइन लॉटरी - 28 जुलाई
- दूसरे चरण में आवंटित स्कूल का पत्र डॉउनलोड करना, स्कूल में उपस्थिति होना, एडमिशन रिपोर्टिंग करना - 28 जुलाई से 5 अगस्त
- पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन व त्रुटि सुधार - 15 से 30 जून
- आवेदन के पश्चता पावती और दस्तावेज वेरिफिकेशन - 20 से 1 जुलाई
- रेंडम पद्धति से ऑनलाइ लाटरी व एसएमएस से सूचना - 5 जुलाई
- स्कूल आवंटन और पोर्टल पर सूची प्रदर्शित होने के बाद आवंटन पत्र डॉउनलोड कर स्कूल में प्रवेश के लिए उपस्थित होना - 6 से 16 जुलाई
- दूसरे चरण के प्रवेश के लिए रिक्त सीट प्रदर्शित करना - 20 जुलाई
- दूसरे चरण की ऑनलाइ च्वाइस अपडेट करना - 20 से 25 जुलाई
- दूसरे चरण की ऑनलाइन लॉटरी - 28 जुलाई
- दूसरे चरण में आवंटित स्कूल का पत्र डॉउनलोड करना, स्कूल में उपस्थिति होना, एडमिशन रिपोर्टिंग करना - 28 जुलाई से 5 अगस्त
ये है पात्रता
वंचित समूह - अजा वर्ग का बच्चा हो - अजजा वर्ग का परिवार हो - वनभूमि पट्टाधारी परिवार - विमुक्त जाति का परिवार - निश:क्त बच्चे (मेडिकल बोर्ड से जारी प्रमाण पत्र आधार) कमजोर वर्ग
वंचित समूह - अजा वर्ग का बच्चा हो - अजजा वर्ग का परिवार हो - वनभूमि पट्टाधारी परिवार - विमुक्त जाति का परिवार - निश:क्त बच्चे (मेडिकल बोर्ड से जारी प्रमाण पत्र आधार) कमजोर वर्ग
- गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार के बच्चे - अनाथ बच्चे (राज्य शासन द्वारा अनाथ बच्चों को कमजोर वर्गमें शामिल किया गया) - कोविड - 19 में माता-पिता/अभिभावक की मृत्यु के कारण अनाथ हुए बच्चे