मंड़ी केंद्र पर १०० से अधिक पंजीयन
कृषि उपज मंडी सचिव एमएल बारसे ने बताया कि भावांतर पंजीयन रविवार को भी किए, ताकि किसान अधिक से अधिक योजना का लाभ ले सके। पूरे दिन तीन कम्प्यूटर ऑपरेटर मंडी केंद्र पर पंजीयन के लिए नियुक्त किए थे। काफी किसानों ने आसानी से पंजीयन करवाए। भावांतर पंजीयन की अंतिम तारिख १२ मार्च है, किसान भाईयों से आग्रह है कि असुविधा से बचने के लिए जल्द से जल्द पंजीयन केंद्रों पर पहुंचकर करवाए। वैसे मंडी केंद्र पर रविवार को ३६ से अधिक पंजीयन हुए और अब तक १०० के करीब पंजीयन हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री से पाटीदार ने कहा लहसुन को भावांतर में करंे शामिल
लहसुन के कम होते भाव से चिंतित किसानों की परेशानी लेकर लहसुन को भी भावांतर में शामिल करने की मांग को लेकर राज्य कृषक आयोग के अध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिले। पाटीदार ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए मांग पत्र सौपते हुए बताया कि मेरे द्वारा भ्रमण में पाया गया है कि किसानों को पिछले साल जो लहसुन का मूल्य इस समय में ८ से १० हजार रुपए प्रति क्विंटल था, वह इस वर्ष ५०० से १२०० रुपए क्विंटल बिक रहा है। किसानों को लागत मूल्य तो ठीक मजदूरी भी नहीं मिल रही है, किसान भारी घाटे में है। इसलिए लहसुन को भावांतर योजना में जुड़वाने का कष्ट करे, ताकि किसानों को लहसुन का सही मूल्य मिल सके।
लहसुन के कम होते भाव से चिंतित किसानों की परेशानी लेकर लहसुन को भी भावांतर में शामिल करने की मांग को लेकर राज्य कृषक आयोग के अध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिले। पाटीदार ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए मांग पत्र सौपते हुए बताया कि मेरे द्वारा भ्रमण में पाया गया है कि किसानों को पिछले साल जो लहसुन का मूल्य इस समय में ८ से १० हजार रुपए प्रति क्विंटल था, वह इस वर्ष ५०० से १२०० रुपए क्विंटल बिक रहा है। किसानों को लागत मूल्य तो ठीक मजदूरी भी नहीं मिल रही है, किसान भारी घाटे में है। इसलिए लहसुन को भावांतर योजना में जुड़वाने का कष्ट करे, ताकि किसानों को लहसुन का सही मूल्य मिल सके।