डोडाचूरा मामले में व्यापारी को लिया हिरासत में तो ग्रामीणों ने घेरी चौकी
नीमच/कंजार्डा. अवैध डोडाचूरा मामले में पुलिस ने फरार आरोपियों की धरपकड़ तेज की है, लेकिन कंजाडऱ्ा में एक व्यापारी को हिरासत में लेने का मामला पुलिस पर भारी पड़ गया। व्यापारी को जैसे ही पुलिस ने पकड़ा तो ग्रामीणों ने कंजार्डा चौकी का घेराव कर दिया। ग्रामीणों ने निर्दोषों को फंसाने का आरोप लगाया। विरोध बढ़ता देख पुलिस ने व्यापारी को फिलहाल छोड़ दिया है।
गौरतलब है कि मनासा पुलिस टीम ने १३ अप्रैल को मुखबिर की सूचना पर ग्राम बख्तुनी घाट आम रोड पर पिकअप वाहन को रोककर तलाशी ली। इस दौरान एक आरोपी फरार हो गया। पिकअप वाहन से 8 क्विंटल 39 किलोग्राम अवैध डोडाचूरा जब्त हुआ। मौके से आरोपी दिलीप राठौर (26 ) निवासी कंजार्डा को गिरफ्तार किया गया। जबकि फरार आरोपी का नाम रमेश मीणा निवासी ग्राम झोपडिय़ा बताया गया। आरोपी ने पूछताछ में कई ऐसे नाम बताए जिनकी तस्दीक में पुलिस को परेशानी हो सकती थी। रविवार को भी ऐसा ही हुआ। मनासा पुलिस ने भाजपा के नेता, कृषि दवा व्यवसायी कन्हैयालाल सौलंकी को उनकी दुकान से हिरासत में ले लिया। आसपड़ोस के लोग अचानक हुई इस कार्रवाई को देख माजरा भांप न सके। इस घटनाक्रम की ग्रामीणों को जैसे ही जानकारी मिली तो पूरा गांव चौकी की तरफ दौड़ पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस मामले में पुलिस ने जिस दिलीप राठौर को गिरफ्तार कर रखा है, उसने कंजार्डा के कन्हैयालाल का नाम बताया। ग्रामीणों का कहना है कि सौलंकी का इस तरह के मामलों से कोई संबंध नहीं है। ग्रामीणों ने चौकी परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मनासा टीआई किशोर पाटनवाला ने ग्रामीणों को समझाया। लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। हालांकि दबाव बढ़ता देख कुछ देर पूछताछ के बाद सौलंकी को छोड़ दिया गया। सौलंकी को छोडऩे के बाद ग्रामीण शांत हुए और भीड़ तितर-बितर हुई। पूर्व चौकी प्रभारी के खिलाफ भी ग्रामीणों ने आक्रोश जताया।
नीमच/कंजार्डा. अवैध डोडाचूरा मामले में पुलिस ने फरार आरोपियों की धरपकड़ तेज की है, लेकिन कंजाडऱ्ा में एक व्यापारी को हिरासत में लेने का मामला पुलिस पर भारी पड़ गया। व्यापारी को जैसे ही पुलिस ने पकड़ा तो ग्रामीणों ने कंजार्डा चौकी का घेराव कर दिया। ग्रामीणों ने निर्दोषों को फंसाने का आरोप लगाया। विरोध बढ़ता देख पुलिस ने व्यापारी को फिलहाल छोड़ दिया है।
गौरतलब है कि मनासा पुलिस टीम ने १३ अप्रैल को मुखबिर की सूचना पर ग्राम बख्तुनी घाट आम रोड पर पिकअप वाहन को रोककर तलाशी ली। इस दौरान एक आरोपी फरार हो गया। पिकअप वाहन से 8 क्विंटल 39 किलोग्राम अवैध डोडाचूरा जब्त हुआ। मौके से आरोपी दिलीप राठौर (26 ) निवासी कंजार्डा को गिरफ्तार किया गया। जबकि फरार आरोपी का नाम रमेश मीणा निवासी ग्राम झोपडिय़ा बताया गया। आरोपी ने पूछताछ में कई ऐसे नाम बताए जिनकी तस्दीक में पुलिस को परेशानी हो सकती थी। रविवार को भी ऐसा ही हुआ। मनासा पुलिस ने भाजपा के नेता, कृषि दवा व्यवसायी कन्हैयालाल सौलंकी को उनकी दुकान से हिरासत में ले लिया। आसपड़ोस के लोग अचानक हुई इस कार्रवाई को देख माजरा भांप न सके। इस घटनाक्रम की ग्रामीणों को जैसे ही जानकारी मिली तो पूरा गांव चौकी की तरफ दौड़ पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस मामले में पुलिस ने जिस दिलीप राठौर को गिरफ्तार कर रखा है, उसने कंजार्डा के कन्हैयालाल का नाम बताया। ग्रामीणों का कहना है कि सौलंकी का इस तरह के मामलों से कोई संबंध नहीं है। ग्रामीणों ने चौकी परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मनासा टीआई किशोर पाटनवाला ने ग्रामीणों को समझाया। लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। हालांकि दबाव बढ़ता देख कुछ देर पूछताछ के बाद सौलंकी को छोड़ दिया गया। सौलंकी को छोडऩे के बाद ग्रामीण शांत हुए और भीड़ तितर-बितर हुई। पूर्व चौकी प्रभारी के खिलाफ भी ग्रामीणों ने आक्रोश जताया।