गत सप्ताह रेलवे ने घोषणा की थी कि वो फ्लैक्सी किराया पद्धति में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। क्योकि इस प्रणाली के चलते मुंबई-रतलाम-दिल्ली राजधानी, निजामुद्ीन-रतलाम-मुंबई अगस्त क्रंाति राजधानी सहित अनेक दुरंतो ट्रेनों की सीट खाली जा रही है। एेसे में रेलवे इसमे बदलाव करेगा। इस बदलाव के पहले रेलवे ने पश्चिम रेलवे सहित देशभर के जोन महाप्रबंधकों से इस बारे में सुझाव मांगे है। ये सुझाव इस माह के अंत तक देना है। रेलवे के जानकारों के अनुसार इस माह के अंत तक सुझाव जाने के बाद अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में रेलवे बोर्ड की होने वाली बैठक में इस मामले पर निर्णय ले लिया जाएगा।
40 ट्रेनों पर लेंगे निर्णय रेलवे के अनुसार फ्लैक्सी किराया पद्धति या डायनेमिक किराया प्रणाली में बदलाव के लिए उन 40 ट्रेनों का चयन किया गया है, जिनमे यात्री फ्लैक्सी किराया पद्धति के कारण नहीं आते है। एेसे में इनकी सीट खाली रह जाती है। रेलवे ने इसबारे में छह माह तक अध्ययन किया, इसके बाद फ्लैक्सी किराया पद्धति को 40 ट्रेनों से हटाने का निर्णय लिया है। बता दे कि रेलवे के इस निर्णय से मंडल को बड़ा लाभ हो जाएगा। सबसे बड़ा लाभ तो इंदौर से मुंबई तरफ जाने वालीव वापस आने वाली दुरंतो ट्रेन के यात्रियों को होगा।
एेसे डालता है ये असर रतलाम से अगस्त क्रांति ट्रेन में तृतिय श्रेणी वातानुकूलित बोगी का किराया बगैर फ्लैक्सी किराया पद्धति के १२०० रुपए है, जबकि फ्लैक्सी किराया पद्धति लागू होने के बाद जब यात्री अंतिम समय पर या अंतिम चार से पांच घंटे में टिकट की खरीदी करता है तो ये टिकट 2500 से 3500 रुपए तक में एक सीट का यात्रियों को पड़ता है। एेसे में खुब जरूरी हुआ तो यात्री टिकट खरीदता है, नहीं गोल्डल टेंपलमेल, गणगौर एक्सपे्रस ट्रेन में सीट के किनारे बैठे-बैठे चले जाता है।
जल्द निर्णय होने की उम्मीद ये मामला वरिष्ठ कार्यालय से जुड़ा हुआ है। लेकिन इस पर जल्दी सकारात्मक निर्णय होने की उम्मीद है। इससे मंडल से निकलने वाली यात्री ट्रेन के यात्रियों को भी लाभ होगा।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल