असल में ट्रेन को सही समय पर चलाने के लिए रेलवे ने कई तरह के नवाचार किए है। सबसे पहले तो रेलवे ट्रैक पर सुधार के कार्य किए। इसके अलावा आधुनिक सिग्नल प्रणाली को लागू किया। इतना ही नहीं, ट्रेन के ठहराव को कम करके गति को बढ़ाया। इसके अलावा रेल मंडल में जो सबसे अधिक परेशानी वाला ट्रैक मेघनगर से लिमखेड़ा होते हुए गोधरा तक का है, वहां पर कर्व पर गति को तेज किया व इसको तेज करने से पहले कई बार गति परीक्षण किए गए।
रांची रेल मंडल – 99.62 प्रतिशत
अजमेर रेल मंडल – 99.58 प्रतिशत
रतलाम रेल मंडल – 98.58 प्रतिशत टीम बधाई की पात्र है
इसके लिए पूरी टीम बधाई की पात्र है। छोटे से छोटे कर्मचारी का इसमे बेहतर योगदान रहता है। यहां तक की ट्रैक को सुरक्षित रखने की जिनकी जवाबदारी रहती है उनके सहयोग के बगैर यह संभव नहीं है।
– विनित गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक
हमारे रेल मंडल की इस उपलब्धी के लिए प्रत्येक कर्मचारी का अभिनंदन है। बेहतर तालमेल व कई सुधार कार्य करके देशभर में तीसरे नंबर पर आए है। प्रयास रहना चाहिए एक नंबर पर आने के लिए कार्य किया जाए।
– गुमानसिंह डामोर, सांसद रतलाम