जावरा रोड निवासी नरेश कुमार ने दोपहर 2-2.30 बजे फंदा अपने घर पर लगाया। जब फंदा लगाया तो उसी समय पत्नी ललीता की नजर पड़ गई व वो चिल्लाती हुई कमरे में गई व पति को संभाल लिया। इसके बाद पड़ोसी भी आ गए व नरेश को नीचे उतारकर रेलवे अस्पताल ले गए। इसके बाद प्रारंभिक उपचार के बाद सीएचएल अस्पताल में नरेश को रेफर किया गया।
अपसेट चल रहा था
पत्नी ललीता व अन्य रेल कर्मचारियों ने बताया की नरेश काफी दिन से अपसेट चल रहा था। उसके अधिकारी प्रताडि़त कर रहे थे। वो बार बार अधिकारियों के पास जाकर कह रहा था की पास या अन्य सुविधा रोक दो पर इंक्रिमेंट रोकने की सजा मत दो, लेकिन अधिकारी नहीं माने व डांटकर कमरे से बाहर कर दिया। इसके बाद परेशान नरेश ने फंदा लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। खबर लिखे जाने तक नरेश की हालात स्थित है।
पत्नी ललीता व अन्य रेल कर्मचारियों ने बताया की नरेश काफी दिन से अपसेट चल रहा था। उसके अधिकारी प्रताडि़त कर रहे थे। वो बार बार अधिकारियों के पास जाकर कह रहा था की पास या अन्य सुविधा रोक दो पर इंक्रिमेंट रोकने की सजा मत दो, लेकिन अधिकारी नहीं माने व डांटकर कमरे से बाहर कर दिया। इसके बाद परेशान नरेश ने फंदा लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। खबर लिखे जाने तक नरेश की हालात स्थित है।