Indian Railway दावा करता है कि वो अपने कर्मचारियों के लिए हर वक्त तैयार है, लेकिन पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल में Indian Railway के कर्मचारियों से लेकर उनके परिवार की एडिय़ा रगड़ गई, लेकिन साहब का दिल नहीं पसीज रहा है।
indian railway quarter
रतलाम. Indian Railway दावा करता है कि वो अपने कर्मचारियों के लिए हर वक्त तैयार है, लेकिन पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल में Indian Railway के कर्मचारियों से लेकर उनके परिवार की एडिय़ा रगड़ गई, लेकिन साहब का दिल नहीं पसीज रहा है। मामला रेल कर्मचारियों से जुड़े उन मकान का है जो जर्जर हो गए है।
Madhya Pradesh News : video दूल्हे ने दिया बारातियों सहित पुलिस थाने में धरना Indian Railway के रतलाम रेल मंडल में रेलवे के करीब दो हजार रेल मकान विभिन्न श्रेणी के है। अब तक कार्य विभाग के पास 500 से अधिक मकान में कई प्रकार की कमी की शिकायत पहुंच गई है। शिकायत तो कई बार आती है, लेकिन सुधार के नाम पर मात्र रस्म अदायगी हो रही है। अधिकारी के आवास में जरा भी कमी हो तो लाखों रुपए का व्यय करके सुधार कार्य तुरंत हो जाता है, लेकिन रेल कर्मचारियों की एडिय़ा रगड़ जाए, लेकिन हर बार बात प्राथमिकता के आधार पर काम की होती है।
MP Congress : video प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष के बयान के बाद खुशी की लहरअधिकारी को हां, कर्मचारी को ना Indian Railway रेल मंडल मुख्यालय में जब भी किसी रेल अधिकारी का तबादला होता है व कोई नया अधिकारी आता है तो रखरखाव से लेकर अधिकारी की पसंद के आधार पर सुधार कार्य तुरंत कार्य विभाग कर देता है। इसके विपरीत जब बात रेल कर्माचारी को सुविधा देने की आती है तो कभी बजट की कमी तो कभी टेंडर करके एक साथ सुधार कार्य होगा के दावे किए जाते है। इतना ही नहीं, प्राथमिकता के आधार पर तय किया जाएगा किस का आवास पहले करना है व किसका नंबर बाद में आएगा यह भी कहा जाता है।
SPORTS कोटे से आया था Railway में, अफीम की संगत में उलझा, अब हुआ यह हालएडिय़ा रगड़ जाती, सुधार नहीं होता देशभर में जब भी Indian Railway के कर्मचारी को विशेषकर आवास के मामले में सुविधा देने की बात हो या रखरखाव की बात, तुरंत कार्रवाई होती है। Indian Railway रतलाम रेल मंडल में शिकायत करते – करते कर्मचारी व उनके परिजन की एडिय़ा रगड़ जाए, तब तक सुनवाई नहीं हो रही है। इसमे भी सबसे अधिक भेदभाव छोटे कर्मचारी के साथ हो रहा है। कुछ दिन पूर्व तो एक कर्मचारी के आवास में रखरखाव का काम अधूरा छोड़कर ही जिम्मेदार चले गए, उसमे अब तक कार्रवाई तक नहीं की गई।
हमारे संगठन ने हर बैठक में इस मामले को उठाया है। कुछ आवास में कार्य किया गया है। काफी आवास में कार्य अधूरा है। यहां तक की बारिश में सांप आने से लेकर लीकेज की समस्या रहती है, लेकिन सुनवाई नहीं होती है।