इस दिन से बदलेगा आपके शहर में वेदर, होगी झमाझम बारिश रेलवे ने गुरुवार की देर रात को निर्णय लिया था की मंडल में रेल मंडल में रतलाम, इंदौर, उज्जैन, नागदा, दाहोद व चित्तौडगढ़़ में शुक्रवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक यात्रियों के लिए सुरक्षित सामाजिक दूरी बनाकर टिकट के आरक्षण कार्य की शुरुआत होगी। 21 मार्च को ट्रेन को अंतिम बार चलाया गया था व 22 मार्च से आरक्षण कार्यालय को बंद कर दिया गया था। इसके बाद रेलवे ने शुरू में 31 मार्च व इसके बाद 14 अप्रैल तक चलने वाली ट्रेन को निरस्त किया था। बाद में ट्रेन को 30 जून तक के लिए निरस्त कर दिया गया व अब विशेष ट्रेन चलाने की शुरुआत की गई। प्लेटफॉर्म पर रिफंड के लिए यात्रियों की भीड़ नहीं हो इसके लिए रिफंड के नियम में बदलाव करते हुए इसको 180 दिन तक के लिए मान्य कर दिया गया।
रेलवे का बड़ा ऐलान : 22 मई से यात्रा होगी आसान, मिलेगी वेटिंग टिकट की सुविधा यह होगा बदलाव अब
ट्रेन चलने से न सिर्फ यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि इससे 60 दिन से थमी हुई अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने को गति मिलेगी। इतना ही नहीं, जो रेलवे की खानपान यूनिट बंद है, उनको भी खोलने की अनुमती दे दी गई है। इससे ट्रेन आने पर इस वर्ग को भी रोजगार मिलेगा। रतलाम रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी से चलने वाली 22 ट्रेन का ठहराव होगा। लॉकडाउन के पहले इन 22 ट्रेन से कुल 700 से 900 यात्रियों का आना जाना होता रहा है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन करीब 1.60 लाख रुपए की बिलिंग कैटरिंग की याने की खानपान की बिक्री से होती थी। यह तब था जब 103 यात्री ट्रेन चलती थी, फिलहाल 22 ट्रेन चलने से इसको गति मिलेगी। इतना ही नहीं, प्रतिदिन 10 से 15 हजार टिकट की बुकिंग खिड़की व ऑनलाइन होती थी जो फिर से शुरू हुई है। हालांकि इस समय 22 ट्रेन ही है, लेकिन यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढेग़ी, इससे भी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
ट्रेन चलने से न सिर्फ यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि इससे 60 दिन से थमी हुई अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने को गति मिलेगी। इतना ही नहीं, जो रेलवे की खानपान यूनिट बंद है, उनको भी खोलने की अनुमती दे दी गई है। इससे ट्रेन आने पर इस वर्ग को भी रोजगार मिलेगा। रतलाम रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी से चलने वाली 22 ट्रेन का ठहराव होगा। लॉकडाउन के पहले इन 22 ट्रेन से कुल 700 से 900 यात्रियों का आना जाना होता रहा है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन करीब 1.60 लाख रुपए की बिलिंग कैटरिंग की याने की खानपान की बिक्री से होती थी। यह तब था जब 103 यात्री ट्रेन चलती थी, फिलहाल 22 ट्रेन चलने से इसको गति मिलेगी। इतना ही नहीं, प्रतिदिन 10 से 15 हजार टिकट की बुकिंग खिड़की व ऑनलाइन होती थी जो फिर से शुरू हुई है। हालांकि इस समय 22 ट्रेन ही है, लेकिन यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढेग़ी, इससे भी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
BREAKING रेलवे ने स्पेशल ट्रेन का टाइम टेबल बदला कुलियों को मिलेगा काम
रेल मंडल मुख्यालय पर करीब 80 लाइसेंसधारक कुली है। 22 मार्च के बाद से रेलवे यात्रियों के सबसे बड़े यह सहायक इस समय अपने घर पर ही बैठे हुए है। कुली अमजद शेख के अनुसार जब ट्रेन चलने की सूचना मिली तो सबसे अधिक खुशी हुई, क्योंकि यह उम्मीद बंधी है कि फिर से स्टेशन पर रौनक आएगी।
रेल मंडल मुख्यालय पर करीब 80 लाइसेंसधारक कुली है। 22 मार्च के बाद से रेलवे यात्रियों के सबसे बड़े यह सहायक इस समय अपने घर पर ही बैठे हुए है। कुली अमजद शेख के अनुसार जब ट्रेन चलने की सूचना मिली तो सबसे अधिक खुशी हुई, क्योंकि यह उम्मीद बंधी है कि फिर से स्टेशन पर रौनक आएगी।
मानसून के पहले ही शुरू हो जाएगी भारी बारीश IMAGE CREDIT: patrika अर्थ व्यवस्था को गति मिलेगी
निश्चित रुप से जब अधिक संख्या में ट्रेन चलेगी तो अर्थ व्यवस्था को गति मिलेगी। यात्रियों से अनुरोध है मास्क लगाकर ट्रेन चलने के कम से कम 90 मिनट पूर्व आए।
– विनित गुप्ता, डीआरएम रतलाम
निश्चित रुप से जब अधिक संख्या में ट्रेन चलेगी तो अर्थ व्यवस्था को गति मिलेगी। यात्रियों से अनुरोध है मास्क लगाकर ट्रेन चलने के कम से कम 90 मिनट पूर्व आए।
– विनित गुप्ता, डीआरएम रतलाम