अब तक यात्रियों को यात्रा के दौरान सबसे अधिक परेशानी ट्रेन आने के कुछ समय पूर्व बोर्डिंग स्टेशन में होने वाले बदलाव को लेकर आती रही है। आमतोर पर अंतिम समय में यात्रा का स्टेशन परिवर्तीत होता है व यात्री चाहकर भी २४ घंटे से कम समय की मियाद मिलने की वजह से ये बदलाव नहीं कर पाता था। रेलवे को अनेक बार इस मामले में यात्रियों ने अलग-अलग सोशल प्लेटफॉर्म में इस बारे में सुझाव दिया था। इसके बाद फरवरी माह में हुई रेलवे बोर्ड की बैठक में इस बारे में निर्णय हुआ था, लेकिन आदेश जारी नहीं हो पाए थे।
अब मिलेगी ये सुविधा रेलवे बोर्ड ने यात्रियों की सुविधा के लिए बोर्डिंग के मामले में बड़ा बदलाव करने का जो निर्णय लिया, उससे राहत तो मिलेगी, लेकिन कुछ समस्या भी यात्रियों को आएगी। बोर्डिंग बदलने के दौरान यात्री को भले अतिरिक्त किराया नहीं देना पड़ता हो, लेकिन कम दूरी की यात्रा होने पर शेष बकाया भी नहीं मिलेगा। अगर किसी यात्री ने रतलाम से मुंबई का टिकट लिया है व वो बोर्डिंग बदलकर दाहोद या बड़ोदरा करें तो रतलाम से दाहोद या बड़ोदरा तक का बकाया किराया नहीं लौटाया जाएगा। इसके अलावा आरक्षित सीट तब ही मिलेगी, जब उपलब्ध हो, सीट उपलब्ध नहीं होने पर पूर्व का आरक्षित टिकट प्रतिक्षा में भी बदल सकता है। इस बारे में रेलवे बोर्ड के मार्केटिंग निदेशक ने आदेश जारी कर दिए है।