कोरोना वायरस के दौरान देशभर में कुछ ट्रेन को छोड़कर ोश मेल व एक्सपे्रस ट्रेन इन दिनों बंद है। इसके चलते रेलवे को बड़ा आर्थिक घाटा हो रहा है। ।
Indian Railway will end 11 thousand posts across the country
रतलाम. कोरोना वायरस के दौरान देशभर में कुछ ट्रेन को छोड़कर मेल व एक्सपे्रस ट्रेन इन दिनों बंद है। इसके चलते रेलवे को बड़ा आर्थिक घाटा हो रहा है। अब इस घाटे को कम करने के लिए रेलवे एक बड़ी सुविधा को कम करने जा रही है। जो सुविधा रेलवे बंद करने वाली है, उसको पाने के लिए बीमा कराना होगा। इसके लिए आदेश जारी हो रहे है।
रेलवे अस्पताल को बंद करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सुझाव मांगे है। इन सब के बीच रेल कर्मचारियों को रेलवे अस्पताल बंद होने की दशा में बेहतर इलाज मिले इसके लिए बीमा करने की तैयारी चल रही है। रेल मंडल में 15 हजार कर्मचारियों का बीमा होगा व उनको देशभर के किसी भी अस्पताल में इलाज की सुविधा दी जाएगी। रेलवे अस्पताल को बंद करने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड ने ही दिया है।
IMAGE CREDIT: patrikaमांग लिए है सुझाव रेलवे बोर्ड ने मंडल प्रबंधक से इस मामले में सुझाव मांगे है। इन सुझाव अनुसार रेलवे अस्पताल को बंद करने के बाद वैकल्पिक इलाज के संसाधन की जानकारी ली गई है। असल में कोरोना काल में रेलवे के पास अब चिकित्सकों को वेतन देने की समस्या आ खड़ी हुई है। इसके अलावा रेलवे के करीब सभी चिकित्सालय में चिकित्सकों की कमी है। रतलाम रेल मंडल मुख्यालय की बात करें तो यहां पर 2014 – 2015 से रेलवे को सौनोग्राफी मशीन चलाने के लिए रेडियोलॉजिस्ट ही उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मशीन पड़े पड़े धूल खा रही है। यह स्थिति देशभर के अलग – अलग रेलवे अस्पतालों की है। इसके चलते ही इनको बंद करने का निर्णय प्रस्तावित है।
कर्मचारी को गे्रड पे के आधार पर बीमा बीमा को लेकर पश्चिम रेलवे ने हाल ही में आदेश जारी किए है। इसके अनुसार प्रत्येक कर्मचारी का वेतन के ग्रेड पे के आधार पर बीमा होगा। इसमे खलासी से लेकर डीआरएम तक का बीमा रेलवे करेगी। प्रीमियम की कटौती रेलवे कर्मचारी के वेतन से किया जाना प्रस्तावित है। बीमाधारक कर्मचारी अपना इलाज देशभर के रेलवे द्वारा चयनीत अस्पताल से करवा पाएगा।
हाल ही में जारी आदेश यह सही है कि आर्थिक घाटे में चल रही रेलवे जल्दी ही अपने अस्पताल कोबंद करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। अस्पताल बंद होने के बाद इलाज की सुविधा रेलवे द्वारा चयनीत अस्पताल में मिलेगी व भुगतान के लिए रेलवे कर्मचारी का बीमा कराया जाएगा। रेल मंडल में करीब 15 हजार कर्मचारी का बीमा जल्दी होगा। – नरेंद्रंसिंह सोलंकी, सहायक मंडल मंत्री, वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन