पहले जाने क्यों जरूरी बीकानेर की यात्री रेल जिस तरह से मालवा में इंदौर, उज्जैन व रतलाम का महत्व है, उसी तरह से राजस्थान में 1488 में बसे शहर बीकानेर का महत्व है। यहां से पाकिस्तान की सीमा पर जाने के लिए जैसलमेर तो करीब है ही इसके अलावा गंगानगर, फिरोजपुर, नागोर व जोधपुर करीब है। एेसे में बीकानेर तक ट्रेन चलने से यात्रियों का शेष शहरों से भी करीबी संबंध होगा। इसके अलावा बीकानेर तक ट्रेन चलने से रतलाम की सेव, सोना व साड़ी उद्योग को भी व्यापक लाभ होगा। इसके अलावा इंदौर के औद्योगिक संस्थान विशेषकर मांगलिया से इसकी कनेक्टिवीटी होगी। इसके अलावा बीकानेर का नाम ज्योतिष के मामले में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है।
train hindi news” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/09/20/breaking_train_1_3450449-m.jpg”>महामना एक्सपे्रस यात्री रेल चलेगी यात्रियों की 2010 से हो रही मांग अनुसार रेलवे इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम-चित्तौडग़ढ़-भीलवाड़ा-जयपुर के रास्ते सप्ताह में एक बार महामना एक्सपे्रस यात्री रेल चलाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए मंडल में रैक का इंतजार हो रहा है। रैक की उपलब्धता नहीं हो पाई तो रेलवे इस समय इंदौर-रलताम-वैरावल के बीच चल रही महामना एक्सपे्रस रेल के रैक का उपयोग करेगा। ये इसलिए संभव है, क्योंकि इस समय शुक्रवार सुबह वैरावल से आने के बाद से लेकर मंगलवार रात को वापस जाने तक इस रेल का रैक इंदौर ही खड़ा रहता है व इसका अन्य कही उपयोग नहीं होता है। एेसे में मंडल को समय पर रैक नहीं मिला तो इस रैक का उपयोग किया जाए, ये बात बोर्ड के अधिकारियों ने कही है।
उत्सव की तरह होगा स्वागत अजमेर-रामेश्वर यात्री रेल को हाल ही में मंजूरी मिली है। 2010 से इंदौर-रतलाम-बीकानेर ट्रेन की मांग हो रही है। इस ट्रेन के चलने पर उत्सव मनाते हुए स्वागत किया जाएगा।
– प्रमोदी भंडारी, यात्री सुविधा की आवाज उठाने वाले एक्टिविस्ट जल्द सूचना मिलेगी वरिष्ठ कार्यालय में अनेक लंबित यात्री रेल व योजनाओं पर अंतिम निर्णय लिया गया है व कुछ पर लिया जा रहा है। इस बारे में जल्द सूचना मिलेगी।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल