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रतलाम में १५० से अधिक बैंक खातों पर आईटी की नजर

locationरतलामPublished: Dec 08, 2017 10:54:13 am

Submitted by:

harinath dwivedi

एक करोड़ से अधिक की हो रही कैश डिलींग, नोटबंदी का भी नहीं हुआ असर

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रतलाम। वर्ष २०१६ में हुई नोटबंदी व उसके बाद हुई अर्थव्यवस्था की उथल-पुथल का भी असर जिले के कुछ धन्नासेठों पर नहीं पड़ा। इनके बैंक खातों में नियमित रूप से एक करोड़ रुपए से अधिक की कैश डिलींग होती रही। ये बात आयकर विभाग के सामने आई है। अब विभाग एेसे लोगों से पुछताछ करने जा रहा है। इसके लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
विभाग ने ऑपरेशन क्लिन मनी (ओसीएम) योजना को चलाया था। इसमंे एेसे लोगों को अवसर दिया था जो कालाधन रखते हैं व आयकर जमा करने से बचते रहे। एेसे लोगों से सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में रुपए जमा करने को कहा।
योजना के बाद भी सामने नहीं आए

इस योजना में करीब ७५ प्रतिशत कर लेने के बाद विभाग शेष २५ प्रतिशत राशि वापस करता व शेष २५ प्रतिशत को चार वर्ष बाद वापसी योजना थी। इस योजना में जिले में करीब १५ लोगों ने अपने कालेधन को सफेद कराया, जबकि करीब १५० लोग एेसे रहे जो इस योजना के बाद भी सामने नहीं आए।
एेसे पता चला विभाग को

विभाग एेसे लोगों के बैंक खातों पर फिलहाल नजर रखे हुए है व अब नोटिस देने की तैयारी कर रहा है। असल में ये वे लोग है जिन्होंने एक करोड़ रुपए से अधिक या तो डिपोजीट कर रखा है या जिनका कैश लेनदेन होता है। विभाग को एेसे लोगों की जानकारी विभागीय एक साफ्टवेयर के माध्यम से पता चली है।
नजर रखे हुए हैं

विभाग ने स्वयं का एक साफ्टवेयर बनाया है। इसके अंतर्गत जिले के प्रत्येक बैंक खाते को जोड़ा गया है। इसमें होने वाले प्रत्येक लेन-देन पर विभाग की नजर रहती है। विभाग छह माह से एक करोड़ रुपए से अधिक होने वाले लेनदेन पर नजर रखे हुए हैं।
विभाग करेगा कार्रवाई

विभाग एेसे लोगों पर नजर रखे हुए हैं जो गलत काम बगैर आयकर चुकाए कर रहे है। एेसे लोगों का डाटा तैयार हो रहा है। विभाग जल्द ही एेसे मामले में कार्रवाई करेगा।
सतीश सोलंकी, संयुक्त आयकर आयुक्त, रतलाम

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