ज्योतिषी श्रेया ने कहा कि आमतोर पर तरह-तरह के उपाय किए जाते है। कुछ को सफलता मिलती है, लेकिन अनेक भक्त एेसे होते है तो जो ये शिकायत करते है कि उपाय के बाद भी लाभ न हुआ। असल में इसकी एक बड़ी वजह उपाय करने के तरीके का ज्ञान न होना है। प्रत्येक ग्रह की एक दिशा है। उस दिशा को ध्यान रखकर अगर उपाय किए जाए तो सफलता जरूर मिलती है। उपाय के दौरान ग्रह व ग्रह के मंत्र के प्रति भरोसा या विश्वास होना जरूरी है।
ये हैं ग्रहों के मंत्र सूर्य ग्रह – पूर्व दिशा में मुंह कर लाल रंग की माला से जप करें ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्रीम् पद्मप्रभवे नम:। चन्द्र ग्रह– उत्तर दिशा में मुंह करके सफेद रंग की माला से जप करें ।
मंत्र ऊं ह्रीं श्री चंद्रप्रभवे नम:।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्रीम् पद्मप्रभवे नम:। चन्द्र ग्रह– उत्तर दिशा में मुंह करके सफेद रंग की माला से जप करें ।
मंत्र ऊं ह्रीं श्री चंद्रप्रभवे नम:।
मंगल ग्रह – पूर्व दिशा में मुंह करके लाल रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री वासुपूज्यप्रभवे नम:। ये हैं ग्रहों के मंत्र बुध ग्रह-पूर्व दिशा में मुंह करके हरे रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री शांतिनाथय नम:।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री वासुपूज्यप्रभवे नम:। ये हैं ग्रहों के मंत्र बुध ग्रह-पूर्व दिशा में मुंह करके हरे रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री शांतिनाथय नम:।
बृहस्पति ग्रह – ईशान कोण में मुंह करके पिले रंग की माला से जप करे ।
मंत्र ऊं ह्रीं श्री आदिनाथाय नम:। शुक्र ग्रह – पूर्व दिशा में मुंह करके सफेद रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री सुविधिनाथय नम:।
मंत्र ऊं ह्रीं श्री आदिनाथाय नम:। शुक्र ग्रह – पूर्व दिशा में मुंह करके सफेद रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री सुविधिनाथय नम:।
ये हैं ग्रहों के मंत्र शनि ग्रह – पश्चिम दिशा में मुंह करके श्याम रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री मुनि सुवर्तनाथाय नम:। राहु ग्रह – पश्चिम दिशा में मुह करके श्याम रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री नेमिनाथाय नम: ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री मुनि सुवर्तनाथाय नम:। राहु ग्रह – पश्चिम दिशा में मुह करके श्याम रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री नेमिनाथाय नम: ।
केतु ग्रह – पूर्व दिशा में मुंह करके नील रंग की माला से जप करे ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री पाश्र्वनाथाय नम: ।
मन्त्र ऊं ह्रीं श्री पाश्र्वनाथाय नम: ।