पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने पुराने पुलिस नियंत्रण कक्ष में पत्रकार वार्ता में बताया कि हत्यारा मृतका शोभा की बेटी अंजू का पति बबलू पिता कालू झोडिय़ा निवासी गढख़ंखई माताजी है जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। अंजू का विवाह बबलू के साथ करीब पांच-छह माह पहले ही हुआ था। एसपी तिवारी ने बताया कि शोभा के पहले पति भरत डामर की मृत्यु सात साल पहले दुर्घटना में हो गई थी। इसके बाद शोभा भैंसोला चौपाटी निवासी गोपाल पाटीदार के साथ रहने लगी थी। वर्ष २०१७ में गोपा से मृतका को पुत्र का जन्म हुआ। इसके बाद गोपाल उसे छोड़कर चला गया। इसके बाद व ह तीनों लड़कियों और लड़के के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना में बने मकान में बजरंग नगर में रहने लगी थी।
पत्नी के भी हो गए थे अवैध संबंध
बबलू ने पुलिस को बताया कि उसका विवाह छह सात माह पहले शोभा की लड़की अंजू के साथ हुआ था। शादी के बाद पत्नी ज्यादातर अपनी मां के साथ रहती थी। इसी दौरान पता चला कि सास का दूसरे पति से अलग होने के बाद कई लोगों से अवैध संबंध हो गए थे। पत्नी अंजू के भी उसी क्षेत्र में अवैध संबंध हो गए। वह कई बार अपनी पत्नी अंजू को लेने आया किंतु सास ने हर बार मना किया और बेइज्जती करती रहती थी। बार-बार बेइज्जती और पत्नी के दूसरे से अवैध संबंधों की वजह ने पत्नी अंजू और सास शोभा को मारने का प्लान तैयार किया। घटना वाले दिन वह उसके घर पहुंचा और सास पर तलवार से हमला कर दिया। तलवार लगने के बाद भी वह खड़ी होने बबलू घबरा गया था।
बबलू ने पुलिस को बताया कि उसका विवाह छह सात माह पहले शोभा की लड़की अंजू के साथ हुआ था। शादी के बाद पत्नी ज्यादातर अपनी मां के साथ रहती थी। इसी दौरान पता चला कि सास का दूसरे पति से अलग होने के बाद कई लोगों से अवैध संबंध हो गए थे। पत्नी अंजू के भी उसी क्षेत्र में अवैध संबंध हो गए। वह कई बार अपनी पत्नी अंजू को लेने आया किंतु सास ने हर बार मना किया और बेइज्जती करती रहती थी। बार-बार बेइज्जती और पत्नी के दूसरे से अवैध संबंधों की वजह ने पत्नी अंजू और सास शोभा को मारने का प्लान तैयार किया। घटना वाले दिन वह उसके घर पहुंचा और सास पर तलवार से हमला कर दिया। तलवार लगने के बाद भी वह खड़ी होने बबलू घबरा गया था।
हत्या के बाद दाह संस्कार में भी रहा बबलू
हत्यारा बबलू इतना शातिर था कि रात में हत्या करके वहां से गायब हो गया और फिर ऐसा दर्शाया कि सूचना मिलने के बाद वह बजरंगनगर और फिर अस्पताल आया। हत्या करने के बाद वह अपने गांव चला गया था। सुबह वापस लौट आया और पूरे समय शोभा के परिवार वालों के साथ जमाई की हैसियत से रहा। इस दौरान पत्नी अंजू ने भी पुलिस को जो बयान दिए उससे उस पर किसी को शंका नहीं हुई थी। यही नहीं शाम को दाह संस्कार के समय भी आरोपी बबलू पूरे समय परिवार के साथ रहा। सायबर सेल ने बबलू के मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस की और उसे दूसरा मोबाइल बताकर कहा कि यह महिला का मोबाइल फोन है जिसमें तेरे नंबर है। इस पर वह घबराया और उसने स्वीकार कर लिया।
हत्यारा बबलू इतना शातिर था कि रात में हत्या करके वहां से गायब हो गया और फिर ऐसा दर्शाया कि सूचना मिलने के बाद वह बजरंगनगर और फिर अस्पताल आया। हत्या करने के बाद वह अपने गांव चला गया था। सुबह वापस लौट आया और पूरे समय शोभा के परिवार वालों के साथ जमाई की हैसियत से रहा। इस दौरान पत्नी अंजू ने भी पुलिस को जो बयान दिए उससे उस पर किसी को शंका नहीं हुई थी। यही नहीं शाम को दाह संस्कार के समय भी आरोपी बबलू पूरे समय परिवार के साथ रहा। सायबर सेल ने बबलू के मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस की और उसे दूसरा मोबाइल बताकर कहा कि यह महिला का मोबाइल फोन है जिसमें तेरे नंबर है। इस पर वह घबराया और उसने स्वीकार कर लिया।