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विकास चाहिए तो तीन नहीं एक हो जिले का सांसद

locationरतलामPublished: Apr 01, 2019 11:31:02 am

Submitted by:

harinath dwivedi

विकास चाहिए तो तीन नहीं एक हो जिले का सांसद

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विकास चाहिए तो तीन नहीं एक हो जिले का सांसद

रतलाम। पत्रिका के जनएजेंडा कार्यक्रम में रतलाम लोकसभा सीट के लिए आम जनता ने अपनी राय में सबसे बड़ी बात कही है। जनता, राजनेताओं, स्टूडेंट और सामाजिक संगठनों का मानना है कि रतलाम जिले का विकास करना है तो राजनीति में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोचना और कार्य करना होगा। सभी ने एक स्वर में कहा कि जिले का विकास अगर सही मायनों में करना है तो रतलाम जिले की स्वतंत्र और अलग सीट होना चाहिए। आज हमारा जिला तीन सांसदों के भरोसे है और तीनों ही सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में ही ध्यान देकर रह जाते हैं और रतलाम जिले की तरफ कोई ध्यान नहीं देता है। इसके लिए चाहे माही के पानी की बात हो या उद्योगों के विस्तारीकरण, शिक्षा का हब बनाने के साथ ही रतलाम को संभाग बनाने का मु²ा हो।

आखिर में दिलाई गई मतदान की शपथ
पत्रिका के जनएजेंडा कार्यक्रम में शहर के बुद्धिजीवी, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ ही समाजसेवी, विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि, स्टूडेंट आदि ने बढ़चढ़कर हिस्सेदारी की। सभी लोगों ने रतलाम को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए अपने-अपने सुझाव रखे। कार्यक्रम में आखिर में प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र ललवानी ने सभी लोगों को 100 फीसदी मतदान करवाने के लिए आह्वान करते हुए शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि न केवल स्वयं मतदान करेंगे वरन अपने परिवार और आसपास के लोगों को भी मतदान के प्रति जागरुक करेंगे। संचालन राजकमल जैन ने किया।
इन्होंने की भागीदारी
बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा, निगम में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेत्री यास्मिन शैरानी, पार्षद अरुण राव, राधावल्लभ खंडेलवाल, मुबारिक खान, राजेंद्रसिंह गोयल, सुरेंद्रसिंह भाटी, रेलवे के गोविंदलाल शर्मा, जाफर हुसैन, सलीम आरिफ, सुनील शर्मा, इलियास एहमद कुरैशी, शेख अजहर उ²ीन, अरविंद पाटीदार, तोफानसिंह सोलंकी, मुरलीधर गुर्जर, संदीप सोनी, राहुल सोनी, इमरान एहसान खोकर, राजेश सक्सेना, अश्विनी शर्मा, इफ्तेखार खान, नरेंद्रसिंह चौहान, मांगीलाल जैन, मनोहर सिंह बारठ, एसबी मिश्रा, शुभम चौहान, अनिल परमार, अनुज पोरवाल, प्रद्युम्नसिंह रघुवंशी, अनिकेत शर्मा, रूपेश बोखा, चिराग असरानी, जय काकड़े, योगेश पाटीदार, विजयकुमार मित्तल, सुरेंद्र ललवानी, राजकमल जैन, सुनील पारिख, अमित चौहान, रवि यादव, नीलेश दुबे सहित अन्य मौजूद रहे।

जनएजेंडा बैठक में ये मु²े निकले
1 – दूसरे जिलों की लोकसभा सीटों में रतलाम जिले की पांचों विधानसभाओं को बांट रखा जो खत्म किया जाए। रतलाम के व्यवस्थित और समग्र विकास के लिए जिले की अपनी लोकसभा सीट हो और स्थानीय प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में दोनों राजनीतिक दल उतारें।
2 – शहर और क्षेत्र विकास के लिए पानी, बिजली और सड़कें सबसे बड़ी जरुरत है। सड़कें और बिजली की उपलब्धता इस समय अच्छी है तो पानी की कमी दिक्कत बनी हुई है। सभी को माही का पानी लाने के लिए एक मंच पर आना होगा।
3 – चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों से उनके राष्ट्रीय या राज्य के मु²ों की बजाय स्थानीय विकास के मु²े पूछे जाकर उसी हिसाब से उन्हें वोटिंग की जाए। उनके मु²ों में रतलाम का मु²ा भी शामिल कराया जाए।
4 – 100 फीसदी वोटिंग करके प्रत्याशियों को यह जताना होगा कि वे जागरुक मतदाताओं की उपेक्षा नहीं कर सके। मतदाता चाहे तो उन्हें जीता सकता है तो हरा भी सकता है।
5 – उद्योगों के विकास के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार करके उसे चरणबद्ध तरीके से लागू की जाए जिससे शहर और जिले के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके और उनका पलायन रोका जा सके।

6 – कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना की जाना अनिवार्य है। जिले के 10 फीसदी जनता कृषि में संलग्न हैं और कृषि उत्पादों के लिए कोई भी कृषि आधारित उद्योग नहीं होने से कृषि उत्पादों का उपयोग और दाम सही नहीं मिल पाते हैं।
7 – जिला मुख्यालय पर इंदौर और कोटा की तर्ज पर एजुकेशन के लिए बड़े संस्थानों का होना जरुरी है। इससे न केवल एजुकेशन हब बनेगा वरन यहां के युवाओं को पढ़ाई के लिए बाहर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। इससे अभिभावकों का पैसा तो बचेगा ही दूसरे शहरों के बच्चे पढऩे आएंगे तो रतलाम की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
8 – रतलाम की वर्षों पुरानी मांग मेडिकल कॉलेज खुल चुका है। अभी यह शैशव अवस्था में हैं। इसके साथ ही यहां कृषि और इंजीनियरिंग कॉलेजों की स्थापना भी होना चाहिए। इन कॉलेजों के होने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

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