मध्यप्रदेश के रतलाम के तीन युवा कार में 12 किलो आरडीएक्स ले जाते राजस्थान के निंबाहेड़ा में धरा गए। इन युवाओं को संदेश था कि जयपुर के पहले बताए गए स्थान पर आरडीएक्स को गाड़ देना व उसका फोटो - वीडियो बनाकर देना। पूरे मामले का मास्टर माइंड भी रतलाम का निकला है। अब सवाल यह खड़ा हो गया है कि क्या आरडीएक्स रतलाम से ही गया था।
जेसीबी चलाकर तोड़ा गया बता दे कि जिस मोहन नगर में कार्रवाई हो रही है, उससे जुड़ा मकान सड्डू लाला का है, जिसको पिछले ाह ही जेसीबी चलाकर तोड़ा गया था। भारी पुलिस बल, नगर निगम का बल उपस्थित है। कार्रवाई को देखने के लिए आमजन की भारी भीड़ लग गई है। बताया जा रहा है कि सभी आरोपियों के घर दिनभर में इसी तरह जेसीबी चलाई जा सकती है।
प्रदेश महासचिव बन बैठा जिन लोगों ने बम धमाके की योजना बनाई उसमे बड़ी बात यह है कि असजद ने राजनीति का चोला ओडऩा शुरू कर दिया था। राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल के डॉ. अनवर ने असजद को प्रदेश महासचिव बनवा दिया था। राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल नई दिल्ली में बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के लिए आयोजन हर साल करती है, उसमे असजद जाता रहा है।
इसको देना भी सूचना राजस्थान के जयपुर में जाने से पहले ही तीनों को बता दिया गया था कि किस जगह जमीन में आरडीएक्स को गाडऩा है। इसके बाद इसके फोटो व वीडियो लेकर अपने रतलाम स्थित आका को देना थे। रतलाम में जो आका है उसका नाम आमिन है। आरडीएक्स को छिपाकर आमिन को ही फोटो व वीडियो बनाकर भेजना थे। जयपुर में दूसरी गैंग इसपर आगे का काम करने वाली थी। फिलहाल आमिन का पूरा परिवार फरार हो गया है। इसी तरह सेफुल्ला का परिवार भी फरार हो गया है।