परिसीमन को लेकर सर्वाधिक आपत्ति जावरा विकासखंड में आई है। यहां पूर्व में 68 ग्राम पंचायत ही थी जिसके बाद छह और पंचायत का गठन होना था लेकिन उनके लिए 32 लोगों ने आपत्ति ली है। इसके बाद बाजना में 65 पंचायतों के अतिरिक्त 4 नई पंचायतों के गठन को लेकर 22 लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई है जबकि पिपलोदा में 52 पंचायतों के अतिरिक्त दो नई पंचायतों के गठन के पूर्व 20 लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने त्रिस्तरीय पंचायतों के परिसीमन को लेकर जो नए आदेश जारी किए है, उनके मुताबिक वर्ष 2011 की जनसंख्या के आधार पर पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के अनुसार भौगोलिक दृष्टि से स्वतंत्र एेसे राजस्व ग्राम जिनकी जनसंख्या 1 हजार के आस-पास है, उनका नवीन ग्राम पंचायत के रूप में परिसीमन किया जाना चाहिए के निर्देश जारी किए है। उसके संबंध में जिला पंचायत रतलाम ने भी जनपद पंचायतों से नई पंचायतों के गठन के लिए प्रस्ताव बुलाए गए है।
जनपद व जिला पंचायत के चुनाव का निर्धारण व उनके क्षेत्र का प्रारंभिक प्रकाशन 22 अगस्त, निर्वाचन क्षेत्र के प्रारंभिक प्रकाशन पर दावे आपत्ति व सुझाव 31 अगस्त को होगा। प्रारंभिक प्रकाशन के बाद निराकरण 4 सितंबर, प्रभावित जनपद व जिला पंचायत के मामले में 6 सितंबर, जानकारियां भोपाल भेजने की अंतिम तिथि 7 सिंतबर व आयुक्त पंचायत राज संचनालय द्वारा संपूर्ण राज्य की संकलित जानकारी व प्रतिवेदन शासन को भेजने के लिए 9 सितंबर का दिन तय किया है।
रतलाम – 96 – 15
जावरा – 68 – 06
आलोट – 90 – 05
पिपलौदा – 52 – 02
सैलना – 47 – 08
बाजना – 65 – 04
कुल – 418 – 40
रतलाम 07
जावरा 32
सैलाना 13
पिपलौदा 20
आलोट 11
बाजना 22
कुल योग 105