विधायक काश्यप के कार्यालय पर सिंधिया का जोरदार स्वागत किया गया। आरंभ में स्वागत भाषण देते हुए विधायक काश्यप ने कहा कि सिंधिया ऐसे व्यक्ति है, जिन्होंने मध्यप्रदेश को कांग्रेस के कुशासन से मुक्त कर इतिहास में अपना नाम लिख दिया है। राजमाता सिंधिया के वात्सल्य से पार्टी का हर कार्यकर्ताओं अभिभूत रहा है। सिंधिया के आने के बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में ऐसी सरकार दी है, जो जनहित की राष्ट्रवादी सरकार है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में विकास की गति लगातार बढ़ रही है। डीएमआईसी (दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रीयल कोरीडोर) के तहत् वर्ष 2014 में रतलाम के विकास हेतु विस्तृत प्रोजेक्ट तैयार किया था। मुख्यमंत्री चौहान ने इसे आगे बढ़ाते हुए रतलाम में 1800 हेक्टेयर में 1800 करोड़ की लागत से विशेष निवेश क्षेत्र की घोषणा की है। यह क्षेत्र दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से 4 किलोमीटर की दूरी पर बनेगा और इससे रतलाम में बड़ा निवेश होगा। काश्यप ने कहा कि विशेष क्षेत्र रतलाम की दिशा बदल देगा। इससे मालवा निमाड़ में यह क्षेत्र पुन: प्रमुख औद्योगिक एवं व्यापारिक केन्द्र के रूप में स्थापित होगा।
उद्देश्य से क्षेत्र के दौरे पर आए सिंधिया ने कहा कि वे कोरोना काल में हुई हानि के प्रति श्रद्धांजलि एवं संवेदना व्यक्त करने के उद्देश्य से क्षेत्र के दौरे पर आए है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ मास्क हमारी ढाल है और टीकाकरण तलवार है। कोरोना को मिटाना है, तो हमें इस ढाल और तलवार दोनों को साथ रखना होगा। सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में 36 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो चुका है, जो विश्व स्तर पर एक कीर्तिमान है। पूर्व में आई बीमारियों के टीके देश को आयात करने पड़ते थे, लेकिन कोरोना काल में हमारी सरकार ने स्वदेशी टीका निर्मित कर उसे निर्यात किया है। सिंधिया ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में सरकार सहित हर व्यक्ति ऑक्सीजन, रेमडेसिवीर आदि के प्रबंध में जुटा रहा। रतलाम में विधायक श्री काश्यप के प्रयासों से अल्प समय में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई, जिससे रतलाम सहित आसपास के जिलों एवं पड़ोसी राज्यों को भी लाभ मिला और कोरोना पर काबू पाया जा सका। श्री काश्यप ने ऑक्सीजन संकट के दौरान मेडिकल कॉलेज में अपने फाउण्डेशन से प्लांट की स्थापना सहित पूरे मालवांचल में कंसंट्रेटर व प्लांट का प्रबंध किया जो अनुकरणीय है। आज खुशी की बात है कि मालवा के कई जिलों में टेस्टिंग उतनी ही हो रही है, लेकिन केस शुन्य पर आ गए है। यह सोचने की बात है कि यदि कोरोना के काल में कमलनाथ सरकार होती तो मध्यप्रदेश का क्या हाल होता। क्योंकि जिनके पास समय ही नहीं था और जिनकी बुनियाद ही भ्रष्टाचार पर टिकी थी। कांग्रेस पार्टी आज क्वारेंटाईन हो गई है, उसका एक मात्र काम ट्वीटर पर टिक-टिक करना रह गया है। सिंधिया को काश्यप व नीता काश्यप ने निवास पर स्मृति चिन्ह भेंट किया।